भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एम्स के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉक्टरों को बड़ी सफलता मिली है। डॉक्टरों की टीम ने स्तन में कैंसर से पीड़ित महिला की कैंसर की गांठ निकालने के लिए ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी कर स्तन को सामान्य रूप देन में सफलता हासिल की।
बाएं स्तन में कैंसर की गांठ से पीड़ित थी महिला
इस सर्जरी को एम्स के प्रोफेसर और प्रभारी सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. विनय कुमार के मार्गदर्शन में डॉ. नीलेश श्रीवास्तव, डॉ. दीपक कृष्णा, बर्न्स तथा प्लास्टिक सर्जरी और डॉ. संदीप सहायक प्रोफेसर एनेस्थीसिया के नेतृत्व वाली टीम द्वारा किया गया। मिली जानकारी के अनुसार नर्मदापुरम की रहने वाली 40 साल की महिला पिछले छह महीनों से बाएं स्तन में कैंसर की गांठ से पीड़ित थी। कई अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद उन्हें बताया गया कि इलाज में ऑपरेशन के द्वारा स्तन को निकालना होगा, जिसमें तीन लाख रुपए तक का खर्च आएगा।
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हर तरफ से निराशा मिलने के बाद परिजनों ने एम्स भोपाल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. नीलेश श्रीवास्तव को दिखाया। इसके बाद डॉक्टर्स ने मरीज की क्लिनिकल, रेडियोलॉजिकल और हिस्टोपैथोलॉजिकल जांचे कर ऑपरेशन की योजना बनाई गई। सर्जरी के दौरान सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी करके फ्रोजन सेक्शन के लिए भेजा गया।
प्लास्टिक सर्जरी द्वारा स्तन को दिया जाता है सामान्य आकार
ऑपरेशन सफल होने के बाद प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मनाल खान ने बताया कि यह एक कास्मेटिक ऑपरेशन है, जिसके माध्यम से कैंसर पीड़ित रोगी के स्तन को पूरा निकालने के बजाय केवल कैंसर संक्रमित भाग को निकाल कर प्लास्टिक सर्जरी द्वारा स्तन को सामान्य आकार दे दिया जाता है।