शिवपुरी: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले से एक अंधविश्वास का मामला सामने आया है। यहां एक के जिला अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती नवजात शिशु को बचाने अस्पताल में झाड़-फूंक का खेल खेला गया। वहीं हद तो तब हो गई जब अस्पताल परिसर में भभूत फिकवाई गई, काफी देर तक अंधविश्वास का खेल चलता रहा।
दरअसल, शिवपुरी जिले में एक जिला अस्पताल से अंधविश्वास का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां जिला अस्पताल के परिसर में एक बुजुर्ग महिला कागज में रखी भभूति को अस्पताल के दाएं-बाएं फेंकती दिखाई दे रही है। इसके अलावा उनके सामने 3 महिलाएं दाएं-बाएं और दो पुरुष बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं।
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वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पहले बुजुर्ग महिला भभूति को हाथ में उठाती है और फिर कुछ बोलकर एक-एक कर महिलाओं को देती दिखाई दे रही हैं और फिर उसी भभूति को एक-एक कर वही महिलाएं अपने सिर से लगाती हैं।
क्या था पूरा मामला
शिवपुरी के जिला अस्पताल में एक महिला को पोहरी से जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। बताया जा रहा है कि महिला की डिलीवरी के पश्चात बच्चा कम दिन का होने के कारण उसे पोहरी से डिस्टिक हॉस्पिटल में रेफर किया गया था। बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती कराया है। बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
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क्यों खेला गया अंधविश्वास का खेल
जिला अस्पताल में माता को बुलाने वाले संतोष जाटव ने बताया कि उनके बच्चे की डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताई है। इसलिए उन्होंने जिला अस्पताल परिसर में माता को बुलाना पड़ा ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्चा जिंदा रहेगा या फिर नहीं संतोष ने बताया कि वह कभी भी किसी भी समय अपनी दादी के पास माता को बुला लेते हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर
जब इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ आर के चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पोहरी से एक महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जिला अस्पताल में भर्ती महिला के यहां एक लड़का पैदा हुआ जो कम दिन का है जिसे एसएनसीयू में भर्ती कराया है फिलहाल बच्चे तक कोई भभूति नहीं पहुंची है।
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