मुरैना: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में सोमवार से ही प्रशासन द्वारा तेज बारिश के चलते बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसी क्रम में अब उसैथ घाट में कोटा बैराज से 12 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद चम्बल नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ता हुआ दिखाई दिया है। नदी का जल स्तर 124 मीटर तक पहुंचा है, जबकि 130 पर खतरे का निशान है। वहीं स्टीमर का सचालन भी बंद हो चुका है।
200 गांव में आ सकती है बाढ़
इसके अलावा राजघाट पर चम्बल खतरे के निशान से 2 मीटर नीचे है। यहां 138 खतरे का निशान है। वहीं इन हालातों को देखते हुए अपर कलेक्टर नरोत्तम भार्गव ने बताया कि चंबल का जल स्तर 146 मीटर तक पहुंच सकता है। इसके चलते 200 गांव बाढ़ की चपेट में आने के आसार हैं।
खोले गए कोटा बैराज के 15 गेट
गौरतलब है कि राजस्थान के कोटा बैराज के 15 गेट को पूरी क्षमता के साथ खोलकर यह पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे श्योपुर, मुरैना से लेकर भिंड जिले में चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी और इसलिए इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया जाएगा।
बता दें कि सोमवार से ही पूरे प्रदेश बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। बादलों के तांडव से कई शहरों में नदी-नाले उफान पर आ चुके हैं। मौसम विभाग द्वारा पहले ही कई जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। राजधानी भोपाल में मौसम की मार के चलते कई फ्लाइट्स या तो रद्द हो गईं या उनका डायवर्जन हो गया।