भिंड: मध्यप्रदेश के भिंड जिले में आने वाले दो दिवसों में भीषण बाढ़ की चेतावनी जिला प्रशासन ने जारी की है। बताया जा रहा है कि चम्बल नदी का जलस्तर अगले दो दिनों में 128 मीटर तक जाने की सम्भावना है जो कि खतरे के निशान से 9 मीटर ऊपर होगा।
बता दें कि जिले से गुजरी चम्बल नदी में कुछ दिनों पहले अटेर में आया बाढ़ का ख़तरा टल गया था। लेकिन अब पहले से भयावह रूप में चंबल सैलाब लेकर आ रही है। भिंड कलेक्टर के मुताबिक़ गांधी सागर डैम से बुधवार को 12500 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है जो अगले तीन दिनों में भिंड जिले में प्रवेश करेगा। इस स्थिति में उदीमोड़ घाट पर चम्बल का जलस्तर 128 मीटर तक जाने की सम्भावना है।
यहां खतरे के निशान से ऊपर बह रही चंबल
जिले के उदीमोड़ घाट पर चम्बल का खतरे का निशान 119.1 मीटर पर है। ऐसे में बताया जा रहा है कि पहले से ही चम्बल का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 119.9 पर है। ऐसे में गांधी सागर डैम से छोड़ा गया। पानी जब ज़िले में प्रवेश करेगा तो अटेर इलाक़े में तबाही मचाएगा। अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि, ये बाढ़ पिछले वर्षों में आयी बाढ़ से ज़्यादा प्रभावित करेगी।
SDRF टीम की जाएगी तैनात
जिला प्रशासन के मुताबिक इस सम्भावित बाढ़ में इलाके के 25 से ज्यादा गांव रोड से कट जाएंगे। ऐसे में इस आपदा से निबटने के लिए तीन एसडीआरएफ़ टीम में तैनात की जा रही है जिनके एक अटेर में स्टैंडबाई पर रहेगी। एक टीम देवालय,नावली वृंदावन,खेराहट सहित डूब प्रभावित क्षेत्रों को को कवर करेगी वही दूसरी टीम सुरपुरा इलाके में तैनात की गयी है।
सिंध नदी का भी बढ़ रहा है जलस्तर
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित किया गया है कि इन क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को भी चिन्हित करें। ज़रूरत लगने पर शिफ़्ट भी किया जाए। प्रशासन इस आपदा से निबटने की तैयारी में जुटा हुआ है। इधर सिंध नदी में भी मड़ीखेड़ा और मोहिनी डैम से लगातार पानी छोड़े जाने से भी सिंध किनारे बसे गांव में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पिछले साल इंदुर्खी गांव में बाढ़ से सिंध पर बना पुल तक टूट गया था और अब दोबारा बाढ़ गांव में दस्तक देने को तैयार है। पुल के पास पानी आ चुका है और देर रात तक गांव में सिंध का पानी आ जाने की आशंका जताई जा रही है।