हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार में सावन मास के दौरान सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं। कांवड़ में गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों को लौटते हैं। उत्तराखंड प्रशासन के मुताबिक कांवड़ यात्रा 2022 के तहत तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने हरिद्वार से गंगाजल भरा। वहीं यात्रा अब समाप्त हो चुकी है, लेकिन हरिद्वार के घाटों पर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। हरिद्वार प्रशासन के मुताबिक इस समय हर की पैड़ी घाट और आसपास के क्षेत्र से 500 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया गया है।
गंदगी के कारण फैल रही है दुर्गंध
धर्मनगरी हरिद्वार में कांवड़ मेला 2022 अब समाप्त हो चुका है, लेकिन करोड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने यहां लाखों टन कूड़ा छोड़ा है। हरिद्वार के गंगा घाटों और आसपास के बड़े इलाके में गंदगी फैली है। स्थानीय लोगों की मानें तो दुर्गंध से बुरा हाल हो रहा है। लोगों को आशंका है कि कहीं संक्रमित बिमारियां न फैल जाएं। हरिद्वार प्रशासन का दावा है कि कांवड़ मेले में करीब तीन करोड़ से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे।
Uttarakhand | Trash piles up in Haridwar after the conclusion of Kanwar Yatra
It's natural for some trash to pile up where crores of people assemble together. MC team has been working around the clock to improve state of cleanliness in city: Vinay Shankar Pandey, DM, Haridwar pic.twitter.com/GtrjTEHrQE
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 28, 2022
सामान्य दिनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा मिला कूड़ा
जानकारी के मुताबिक शहर से सामान्य दिनों में प्रतिदिन 150 से 200 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। जबकि स्नान वालों दिनों में एक दिन में 400 मीट्रिक टन तक कूड़ा पहुंच जाता है। मेला समाप्त होने के बाद हर की पैड़ी और गंगा घाटों के अलावा आसपास के क्षेत्र में सफाई अभियान शुरू हो गया है। बुधवार को हर की पैड़ी और आसपास के इलाकों से करीब 500 मीट्रिक टन कूड़ा इकट्ठा किया गया। इनमें पॉलीथिन, प्लास्टिक की खाली बोतलें, पुराने कपड़े और जूते-चप्पलें शामिल हैं।
80 से ज्यादा लोगों की लगी है टीम
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि सफाई अभियान में सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद, जेई नरेश सिंह, सफाई निरीक्षक श्रीकांत, सफाई निरीक्षक विकास छाछर, सफाई निरीक्षक सुनित, सफाई निरीक्षक विकास चौधरी समेत 80 से ज्यादा कर्मचारी लगे हैं। वहीं नगर आयुक्त ने बताया कि गंगा घाटों के बाद मेला स्थल क्षेत्र में सफाई अभियान चलेगा। प्रत्येक जोन में 60-60 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।