रांची से विवेक चंद्र की रिपोर्टः प्रदेश में आज विभिन्न आदिवासी संगठनों ने रांची बंद बुलाया है। असमाजिक तत्वों द्वारा सरना में झंडा जलाए जाने के विरोध में यह बंद बुलाया गया है। आदिवासी संगठनों ने बिरसा चौक के साथ ही कई इलाकों में सड़क पर उतर कर आवागमन बाधित कर दिया और टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस के 1500 जवान तैनात
रांची में बुलाए गए बंद को देखते हुए पुलिस अलर्ट है। कुछ महत्वपूर्ण इलाकों में सुबह 8 बजे से रात्रि 11.30 तक के लिए धारा 144 लगा दी गई है। बंद को देखते हुए 1500 पुलिस के जवानों को शहर में तैनात किया गया है। इसके साथ ही वज्र वाहन और वाटर कैनन की तैनाती भी जगह-जगह की गई है।
इधर बंद समर्थकों का कहना है कि आदिवासियों के पवित्र सरना झंडा जलाने वाले आरोपियों पर पुलिस द्वारा अब तक कारवाई नहीं हुई इसलिए आज हमने शांतिपूर्ण बंद बुलाया है। इसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो हम इसके विरोध में आंदोलन और तेज करेंगे।
निकाला मशाल जुलूस
आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए इस बंद की सफलता के लिए 7 अप्रैल को आदिवासी समाज ने मशाल जुलूस भी निकाला था। यह जुलूस राजधानी रांची के कचहरी चौक से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाला गया । इसमें सभी आदिवासियों से इस मुद्दे पर एकजुट रहने और बंद को सफल बनाने की अपील की गई।
यह है पूरा मामला
दरअसल आरोप यह है कि सरहुल पर्व के बाद 25 मार्च को रांची के लोअर करमटोली में कुछ असामाजिक तत्वों ने वहां लगे पवित्र सरना झंडा को उतार कर जला दिया। इसे लेकर एसटी एससी थाने में पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई।