Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अध्यक्ष बदल दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व सांसद रविंद्र कुमार को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पूर्व सांसद डॉ. रवींद्र कुमार राय को झारखंड भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। pic.twitter.com/Nwc0VaE1mq
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 26, 2024
बता दें कि बाबूलाल मरांडी जुलाई 2023 से अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। उन्हें पार्टी ने धनवार से प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में इतना बड़ा बदलाव समझ से परे हैं। ऐसे में आइये जानते हैं कि बीजेपी ने चुनाव से ऐन पहले झारखंड में मरांडी को हटाकर रविंद्र कुमार को कार्यकारी अध्यक्ष क्यों नियुक्त किया?
हैरानी भरा फैसला
प्रदेश में चुनाव से पहले बाबूलाल मरांडी को अध्यक्ष पद से हटाकर रविंद्र कुमार राय को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने पर कई राजनीति विश्लेषक अचंभित है। ऐसा पहले भी होता आया है कि एक नेता पार्टी का अध्यक्ष होता है और विधानसभा का चुनाव भी लड़ रहा होता है। कई अध्यक्ष तो बाद में सीएम भी बन जाते हैं। ऐसे में अगर पार्टी को कोई बदलाव करना होता तो वो चुनाव से पहले नहीं, बल्कि सुनियोजित तरीके से करती है। ऐसे में बीजेपी आलाकमान के इस फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कुछ विश्लेषकों को लगता है कि पार्टी ने मरांडी को फ्री हैंड देने के लिए और अपने क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने को लेकर भी ऐसा फैसला किया हो, लेकिन मरांडी प्रदेश के पहले सीएम और दिग्गज नेता रह चुके हैं। ऐसे में उनकी अपने क्षेत्र में सक्रियता हो, ऐसा भी जरूरी नहीं है। बल्कि वे तो अध्यक्ष होने के नाते पूरे प्रदेश में कैंपेन चलाते।
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जानें कौन हैं रवींद्र कुमार
बता दें कि रविंद्र कुमार राय संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं। वे झारखंड के कोडरमा से 2014 से 2019 तक सांसद रह चुके हैं। इससे पहले वे 1985 और 1990 में बगोदर और राजधनवार से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। राय बाबूलाल मरांडी की पहली सरकार में खान और खनिज मंत्री थे। वे मरांडी सरकार में दूसरे नंबर के व्यक्ति थे। इसके बाद मुंडा सरकार बनवाने में भी राय की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इससे पहले वे 2011 में पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी ने उनकी अध्यक्षता में ही 2014 के लोकसभा चुनाव में झारखंड में 14 में से 12 सीटें जीतीं और 2014 में भी सरकार बनाई।
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