Jharkhand Political Crisis : झारखंड में राजनीतिक संकट के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक कथित जमीन घोटाले के मामले में पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। इस रिपोर्ट में पढ़िए आज के दिन झारखंड की राजनीति में क्या-क्या हुआ।
चंपई सोरेन ने झारखंड के नए CM पद की शपथ ली
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— News24 (@news24tvchannel) February 2, 2024
चंपई सोरेन बन गए नए सीएम
झारखंड में शुक्रवार को चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली। चंपई को 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा। शपथ लेने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि हम उस काम को आगे बढ़ाएंगे जो हेमंत सोरेन ने शुरू किए थे। हम जनता के हित के लिए काम करेंगे।
झारखंड विधानसभा का गणित
81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में इस समय झामुमो के 29 विधायक हैं। इसकी सहयोगी कांग्रेस के पास 17 और राजद व सीपीआई (एमएल) के पास 1-1 सीट है। वहीं, विपक्षी भाजपा के 26 विधायक हैं। इसके अलावा ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के विधायकों की संख्या 3 है। निर्दलीय व अन्य विधायकों की संख्या 3 है। राज्य की विधानसभा में एक सीट अभी खाली है।
भाजपा का कैसा रहा रिएक्शन
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने आज हेमंत सोरेन की सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सोरेन की सरकार ने पिछले 3 साल में केवल राज्य को लूटा है। घोटाले के कई मामले सामने आ रहे हैं। लोगों को सच्चाई बताने की जगह वह इसे नजरअंदाज करने की कोशिश कर रहे हैं। मुंडा ने कहा मुझे लगता है देश अच्छे शासन के साथ चलना चाहता है।
कब शुरू होगा विधानसभा सत्र
विधानसभा का सत्र 5 और 6 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। चंपई के नेतृत्व वाली सरकार 5 फरवरी को ट्रस्ट वोट ला सकती है। आज हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके लिए झामुमो और कांग्रेस के विधायकों को हैदराबाद के एक रिजॉर्ट में रखा गया है। ये विधायक 4 फरवरी को वापस आ सकते हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि कोई पाला न बदल सके।
प्रिंसिपल सेक्रेटरी की नियुक्ति
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे को मुख्यमंत्री का प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। हालांकि, जब हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री थे तब भी प्रिंसिपल सेक्रेटरी का पद विनय कुमार चौबे ही संभाल रहे थे। लेकिन हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद ही उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, अब चंपई सरकार में फिर उन्हें वही जिम्मेदारी दी गई है।
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