Bird Flu: होली से पहले झारखंड में बर्ड फ्लू का कहर बरपा है। बोकारो के बाद रांची में मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लुएंजा) की पुष्टि हुई है। बता दें कि एक हफ्ते पहले बोकारो जिले में बर्ड फ्लू के कारण मुर्गियों और बत्तखों की मौत हुई थी। अब राजधानी रांची में मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
झारखंड पशुपालन निदेशालय की ओर से जानकारी दी गई है कि रांची के जेल मोड़ में कुछ मुर्गियों की मौत के बाद पोल्ट्री के सैंपल भोपाल स्थित रांष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजे गए थे, जिसमें एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन1) की पुष्टि हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को 3 मार्च को लिखे एक पत्र में रांची में मुर्गियों में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) के प्रकोप की पुष्टि की है, इसके नियंत्रण और रोकथाम के लिए राज्य को निर्देश दिया है।
Samples from poultry at Jail More in Ranchi were sent ICAR – National Institute of High Security Animal Diseases (NIHSAD), Bhopal which reported Avian Influenza (H5N1) positive in dead chickens: Directorate of Animal Husbandry, Jharkhand
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) March 4, 2023
केंद्र की ओर से राज्य सरकार को संक्रमित इलाके की निगरानी और संक्रमित पोल्ट्री तक आम आदमी की पहुंच को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही पक्षियों को नष्ट करने, मृत पक्षियों के निपटान समेत सुरक्षा के सभी उपाय करने के लिए कहा गया है।
इस बीच, राज्य पशुपालन निदेशक चंदन कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि वे संक्रमित इलाके के एक किलोमीटर के अंदर के मुर्गियों को मारने के उपाय करें। साथ ही 10 किमी के दायरे के क्षेत्रों में भी निगरानी की जाए।
बोकारो में मारे गए थे 3856 पक्षी
पिछले सप्ताह बोकारो जिले में कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि के बाद मुर्गियों और बत्तखों समेत कुल 3,856 पक्षियों को मार दिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि मनुष्यों में संक्रमण के लक्षणों में पीठ के ऊपरी हिस्से में गंभीर दर्द, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सर्दी और थूक में खून शामिल हैं। पशुपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से मृत पक्षी देखे जाने पर इसकी सूचना देने का आग्रह किया है।