नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने फिलहाल अपनी पार्टी का नाम नहीं बताया। उन्होंने कहा कि नाम का निर्णय जनता करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हम अपनी पार्टी का हिंदुस्तानी नाम रखेंगे।
इससे पहले उन्होंने जम्मू के सैनिक कॉलोनी में कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के बाद अपनी पहली रैली की। रैली के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और उन नेताओं को धन्यवाद किया, जिन्होंने उनका साथ दिया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी नई राजनीतिक यात्रा शुरू करने का भी ऐलान किया है। नई पार्टी बनाने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि हम सरकार के सामने फुल स्टेटहुड की मांग रखेंगे। उन्होंने कहा कि जमीन का अधिकार और स्थानीय वासियों को रोजगार मिले, यह हमारी प्राथमिकता होगी।
I've not decided upon a name for my party yet. The people of J&K will decide the name and the flag for the party. I'll give a Hindustani name to my party that everyone can understand: Former senior Congress leader Ghulam Nabi Azad during a public meeting in Jammu pic.twitter.com/c8If02mgKZ
— ANI (@ANI) September 4, 2022
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रैली को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह हमेशा जमीन से जुड़े हुए हैं लेकिन उनके अलग पार्टी बनाने से कांग्रेस को बौखलाहट हो रही है। उन्होंने कहा लोग अब बसों में जेल जाते हैं, वे डीजीपी, कमिश्नरों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर चले जाते हैं. यही कारण है कि कांग्रेस विकसित नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस हमने बनाई है। हमने खून-पसीने से बनाई है। हमारे खिलाफ गलत अफवाहें फैलाने से नहीं बनी है। हमारे गरीबों, किसानों, नौजवानों, बहू-बेटियां हमारी नस-नस में हैं। वो लोग जो हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी पहुंच केवल ट्वीट, एसएमएस और कंप्यूटर तक है। वो डिबेट में खुश रहें, उन्हें वही नसीब हो। हम बुजुर्गों, किसानों के साथ ठीक हैं। उन्हें उनकी बादशाहत मुबारक।’
आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इनके इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने भी इस्तीफा दे दिया था। इनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी और मनोहर लाल शर्मा भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा देने के साथ ही राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि जब से राहुल गांधी के हाथ में कांग्रेस की ताकत आई तब से पार्टी लगातार पतन की ओर जा रही है।