US Deported Haryana Anuj Tragic Story: ‘लोन लेकर और प्रॉपर्टी बेचकर 45 लाख अरेंज किए थे… और भाई को अमेरिका भेजा था…’ ये कहना है अमेरिका से निर्वासित हुए हरियाणा के अनुज कुमार के भाई का। अमेरिका ने बीते दिन अवैध प्रवासी भारतीयों के दूसरे समूह को भारत डिपोर्ट किया था, इसमें अमेरिका ने 116 भारतीयों को भारत वापस भेजा है। अमेरिका ने इन 116 भारतीय अवैध प्रवासियों को अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचाया। हरियाणा के अनुज कुमार के परिवार ने उसे अमेरिका भेजने के लिए 45 लाख रुपये खर्च किए।
अमेरिका से डिपोर्ट हुए हरियाणा के अनुज कुमार के परिवार ने बताया कि उन्होंने लोन लेकर और प्रॉपर्टी बेचकर 45 लाख रुपये जमा किए और एंजेट को दिए। #usdeportation pic.twitter.com/YA5adZMhSO
---विज्ञापन---— Pooja Mishra (@PoojaMishr73204) February 17, 2025
45 लाख खर्च कर बेटे को भेजा था अमेरिका
अमेरिका से डिपोर्ट हुए अनुज कुमार हरियाणा के करनाल जिले के जुंडला गांव का रहने वाला है। अनुज कुमार के परिवार का कहना है कि दूसरे लोगों को देख-देख कर अनुज ने भी ज़िद पकड़ ली कि उसे अमेरिका जाना है। आखिर में बेटे की जिद के आगे परिवार को झुकना पड़ा। परिवार ने पैसे इकट्ठा करके एजेंट को 45 लाख रुपये दिए और अनुज को अमेरिका भेजा। एजेंटों ने डोंकी के जरिए अनुज को अमेरिका भेजा। देर रात अमेरिका ने भारत में डिपोर्ट कर दिया। हालांकि, परिवार इस बात से संतुष्ट है कि उनका बच्चा सही-सलामत घर वापस आ गया।
लोन लेकर प्रॉपर्टी बेचकर अरेंज किए थे पैसे
अनुज के भाई मनोज कुमार ने बताया कि मेरा भाई अनुज कुमार 45 लाख रुपए लगाकर डोंकी से अमेरिका गया था। मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि तेरा भाई वापस आ रहा है। उसे अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया है। भाई के डिपोर्ट होने का दुख है, लेकिन भाई सही सलामत वापस आ गया… इसकी खुशी भी है। अनुज के भाई ने बताया कि लोन लेकर प्रॉपर्टी बेचकर पैसे अरेंज किए थे। पहले तो एजेंट ने कहा उधार कर लूंगा… बाद में दे देना। लेकिन जब वहां भाई फंस गया, उन्होंने पैसे की डिमांड करनी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि सालवान का एजेंट था, जिसे परिवार ने किस्तों में पैसे दिए।
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हथकड़ी लगाकर नहीं भेजना चाहिए
वहीं, अनुज के पिता ने कहा कि एजेंट पहले कुछ और कह रहा था, फिर बाद में कुछ और कहने लगा। परिवार के लोगों ने कहा कि प्रॉपर्टी बेचकर रिश्तेदार से पैसे लेकर 45 लाख इकट्ठे किए थे। उन्होंने आगे कहा कि मानवता के लिहाज से यह गलत है, हथकड़ी लगाकर भेजना है तो तरीके से भेजो। ये सब बातें सरकार को भी देखनी चाहिए।
एजेंटों पर शिकंजा कसे सरकार
गांव के सरपंच ने कहा कि मां-बाप ने लाखों रुपए खर्च करके अनुज को अमेरिका भेजा था। लेकिन सरकार और एजेंटों की गलती से हमारा बच्चा वापस आ गया है। हमारी अपील है कि आगे से ऐसा न हो… अगर लाना ही है तो बच्चों को सरकार खुद लेकर आए। उन्होंने आगे कहा कि सरकार एजेंटों पर शिकंजा कसे और अब सरकार इन बच्चों की मदद करे।