उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच डायरेक्ट कनेक्टिविटी पर काम हो रहा है। यमुना नदी पर बने मंझावली ब्रिज को बनाने का काम पूरा हो चुका है और पीडब्ल्यूडी (PWD) ने इस दिशा में काम किया है। यमुना एक्सप्रेसवे से मंझावली पुल तक लगभग 5 किमी लंबी 4 लेन रोड बनाने का प्लान है। इसके लिए 70 करोड़ रुपये का बजट की बात सामने आई है।
कितना खर्चा किया जा रहा है?
इस रोड को बनाने के लिए 70 करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है। इस रूट पर जमीन किसानों की अपनी हैं, जिसके तहत अधिग्रहण का प्रोसेस चल रहा है। इस रोड के लिए सरकार ने कुल 28 करोड़ रुपये का मुआवजा मंजूर किया है, जो किसानों को दिया जा चुका है। इसके बाद, हाल ही में सरकार ने अब 12 करोड़ रुपये की दूसरी इंस्टॉलमेंट जारी की है, जिसमें से 75% पैसे देने का काम पूरा हो गया है। ये उन लोगों के लिए हैं जिनसे जमीनें ली गई हैं। उनसे अभी बेचने का प्रोसेस चल रहा है, जैसे ही ये काम पूरा हो जाएगा, तब उसके बाद रोड बनाने का काम किया जाएगा।
गाड़ियों की आवाजाही में भारी परेशानी
मंझावली पुल भले ही बन गया है, लेकिन ग्रेटर नोएडा की तरफ कोई सही रोड न होने से लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। आपको बता दें, अभी रास्ता कच्चा है और स्थिति बेहद खराब है। गाड़ियों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में यह रास्ता ज्यादा खतरनाक हो जाता है। फिलहाल हरियाणा के लोगों को नोएडा, ग्रेटर नोएडा या गाजियाबाद जाने के लिए दिल्ली से जाना पड़ता है। यही कारण है कि आम लोग इस रूट को उपयोग करने से मना करते हैं। अगर प्लान के हिसाब से सब चलता रहा तो अगले 1 साल के अंदर ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद की डायरेक्ट रोड कनेक्टिविटी मिलेगी।
काफी समय से लटका था प्रोजेक्ट
साल 2014 में मंझावली पुल की आधारशिला रखी गई थी, लेकिन मुआवजे और भूमि अधिग्रहण को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। अब लगभग 10 साल तक यह प्रोजेक्ट बीच में ही लटका रहा। अब जब किसानों को मुआवजा मिल गया है, तो निर्माण का काम शुरू हो गया है।
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