Mini Stroke: यूपी के हापुड़ में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए। यहां एक शक्स को एक सप्ताह में ही 100 बार मिनी स्ट्रोक आए, लेकिन फिर भी उसकी जान बच गई। शख्स की उम्र 65 साल थी। दिक्कत काफी बढ़ जाने के बाद वह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज शुरू किया। डॉक्टरों ने इलाज करके उसकी जान बचा ली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टरों ने बताया है कि वह बहुत ज्यादा स्मोकिंग करता था, जिसकी वजह से उसकी नसें सिकुड़ गईं थीं। इस वजह से ठीक से ब्लड की सप्लाई नहीं हो पा रही थी। वहीं 6 महीने से वह न तो ठीक से बोल पा रहा था और न ही समझ पा रहा था। साथ ही उसे बहुत कमजोरी महसूस हो रही थी। उसे काफी दिक्कत हो रही थी, लेकिन पता नहीं था कि ऐसा क्यों हो रहा है। इलाज के बाद अब वह पूरी तरह ठीक है और उसे कोई दिक्कत नहीं हो रही है।
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दुनियाभर में बढ़ रहे केस
बता दें कि खराब जीवनशैली, नशा करने, गलत खानपान और व्यायाम नहीं करने की वजह से स्ट्रोक के केस बढ़ते जा रहे हैं। स्ट्रोक एक बहुत बड़ी समस्या है, जिससे काफी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। यह दुनियाभर में होने वाली मौतों की एक बड़ी वजह है। इसे लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर, धूम्र पान और शराब आदि स्ट्रोक के कारण हैं।
बचाई जा सकती है जान
स्ट्रोक तब आता है जब मस्तिष्क में कोई नस फट जाती है या उससे खून बहने लगता है। इस वजह से ब्लड की सप्लाई में दिक्कत होती है, जिससे ठीक तरह से ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और स्ट्रोक आने लगता है। भारत में यह मौत की चौथी सबसे बड़ी वजह है। इसकी वजह से लोग विकलांग भी हो जाते हैं। अगर ठीक समय पर सही इलाज मिले तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम इसके लक्षणों को जानें और जागरुक रहें।
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