मदर डेयरी ने गुजरात और आंध्र प्रदेश में दो नए फल और सब्जी प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इसकी 600 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है। दिल्ली-एनसीआर दूध बाजार में बड़ी मौजूदगी रखने वाली मदर डेयरी ने गुजरात के वडोदरा के निकट इटोला में एक प्लांट में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें 400 करोड़ से अधिक खर्च होंगे। इस निर्माण कार्य के दो साल में पूरा होने की उम्मीद है।
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने बताया कि बोर्ड ने पहले ही अपनी मंजूरी दे दी है। इटोला प्लांट की स्थापना का प्रोसेस शुरू होगा और यह अगले दो सालों में पूरी हो जाएगी। वहीं, दूसरा प्लांट आंध्र प्रदेश के कुप्पम में बनाया जाएगा, जिस पर 150-200 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके अलावा, अभी सरकार से जमीन मिलनी बाकी है। इसके बाद हम निवेश पर काम शुरू करेंगे। डीपीआर अभी तैयार नहीं है।
झारखंड, कर्नाटक और दिल्ली में पहले से मौजूद
मदर डेयरी के सफल ब्रांड के वर्तमान में रांची (Jharkhand), बेंगलुरु (Karnataka) और मंगोलपुरी (Delhi) में तीन फल और सब्जी प्रोसेसिंग प्लांट हैं, जो हर साल दो लाख टन उपज का प्रोसेसिंग करते हैं। बंदलिश ने यह भी बताया कि नागपुर में दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स के प्रोसेसिंग के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से एक नया प्लांट निर्माणाधीन है, जिसके 2026 तक चालू होने की उम्मीद है।
नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की सहायक कंपनी मदर डेयरी, डेयरी विकास के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी में है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 100 करोड़ रुपये पिछले साल के 17,500 करोड़ रुपये से अधिक, 17,500 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। यह 15,000 करोड़ से 15-16 प्रतिशत अधिक है।
ये भी पढ़ें- गुजरात के भड़भूत बैराज प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा अपडेट; मुख्यमंत्री ने बताया कब तक पूरा होगा काम