PMJAY-MA Scheme In Gujarat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) ग़रीब और मध्यम वर्ग के लिए एक अमूल्य वरदान साबित हो रही है। हर साल 4 फरवरी को मनाए जाने वाले विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर, हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कैंसर जैसे गंभीर रोग के उपचार और निदान में रोगियों के लिए एक संजीवनी बनकर उभरी है। उल्लेखनीय है कि विश्व कैंसर दिवस, लोगों के बीच कैंसर के बारे में जागरूकता और इसके उपचार, रोकथाम और निदान के महत्व को भी उजागर करने के लिए समर्पित है। इस साल इस दिवस को “यूनाइटेड बाय यूनीक” थीम के साथ मनाया जा रहा है।
विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य पर गुजरात में कैंसर मरीजों को मिल रहे उपचार व निदान के बारे में बात करें तो PMJAY-MA योजना के तहत पिछले 6 सालों में गुजरात में 2 लाख से अधिक कैंसर मरीज़ों को मुफ्त उपचार की सुविधा मिली है। इन मरीजों के इलाज में राज्य सरकार की ओर से पिछले 6 सालों में 2,855 करोड़ रुपये से अधिक की पूर्व-अनुमोदित राशि मंजूर की गई है।
गुजरात में GCRI भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है
गुजरात सरकार और गुजरात कैंसर सोसाइटी द्वारा संयुक्त रूप से संचालित गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (GCRI), राज्य में कैंसर उपचार और देखभाल में महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त यह इंस्टीट्यूट कैंसर मरीज़ों के इलाज के लिए समर्पित है। कैंसर मरीज़ों के उपचार सुविधा देने के संदर्भ में GCRI के महत्व को आंकड़ों से समझें तो साल 2024 में GCRI ने 25,956 कैंसर के मामलों को उपचार की सुविधाएं दी हैं।
इसमें 17,107 मामले गुजरात से हैं, 8,843 अन्य राज्यों (विशेषकर मध्य प्रदेश से 4,331, राजस्थान से 2,726, उत्तर प्रदेश से 1,043, बाकी अन्य राज्यों से) से हैं और 6 कैंसर के मामले अंतरराष्ट्रीय हैं। ये आंकड़े GCRI की विशेष कैंसर देखभाल में विश्वसनीयता को दिखाते हैं।
इतना ही नहीं, GCRI सालभर कैंसर जागरूकता अभियान भी चलाता है। साल 2024 में GCRI ने 78 कैंसर स्क्रीनिंग कैंप्स लगाए, जिसका लाभ 7,700 लोगों ने लिया। इसी तरह, 22 अवेयरनेस लेक्चर्स भी आयोजित किए गए, जिसका लाभ 4,550 लोगों ने लिया, और इसी तरह, GCRI ने 41 रक्तदान शिविर भी आयोजित किए, जिसके अंतर्गत 3,395 बॉटल्स संग्रहित किए गए।
हर जिले में पहुंची कैंसर उपचार की सुविधा
राज्य के कैंसर मरीज़ों के उपचार और निदान के प्रति संवेदनशील प्रयास के दिशा में गुजरात सरकार ने कैंसर उपचार को विकेंद्रीकृत करने के लिए एक अलग दृष्टिकोण अपनाया है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर 2022 को शुरू की गई एक परिवर्तनकारी पहल के तहत, राज्य के सभी जिलों में 35 डिस्ट्रिक्ट डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स स्थापित किए गए हैं। ये सेंटर्स जिला अस्पतालों में इलाज करा रहे कैंसर रोगियों को जरूरी कीमोथेरेपी उपचार देते हैं।
गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (GCRI) अहमदाबाद और उनके अन्य 3 सैटेलाइट सेंटर्स सिद्धपुर, राजकोट और भावनगर के सहयोग से, जिला अस्पतालों में स्थित डिस्ट्रिक्ट डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स जरूरी उपचार सेवाएं, टेली-कंसल्टेंसी सेवाएं और जरूरी दवाइयां देते हैं।
आंकड़ों की बात करें तो, दिसंबर 2024 तक, इन सभी डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स के जरिए 71,000 से अधिक कैंसर मरीजों ने 2 लाख 3 हजार से अधिक कीमोथेरेपी सेशन्स (Cycles) लिए हैं। इस तरह से राज्य सरकार की इस पहल ने कैंसर मरीजों और उनके परिजनों का समय और खर्च दोनों की बचत की है।
गुजरात सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता
कैंसर देखभाल, उपचार और निदान के प्रति गुजरात सरकार के सशक्त प्रयास सराहनीय हैं। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के प्रभावी कार्यान्वयन, डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स की स्थापना से हर जिले में कीमोथेरेपी सेशन्स की सुविधा उपलब्ध कराने और गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (GCRI) द्वारा कैंसर मरीजों को बेहतर उपचार और निदान की उपलब्धता सुनिश्चित की है। राज्य सरकार के ये प्रयास न केवल कैंसर मरीजों को विश्वस्तरीय उपचार सुविधा को सुनिश्चित कर रहे हैं बल्कि वे विश्व कैंसर दिवस के उद्देश्यों के प्रति भी प्रतिबद्ध दिखाई पड़ रहे हैं।
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