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Morbi Bridge Tragedy: SIT रिपोर्ट में खुलासा- गिरे हुए मोरबी पुल के 49 में से 22 केबल में जंग लगा था

Morbi Bridge Tragedy: मोरबी ब्रिज हादसे की जांच में जुटी SIT की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पानी में गिरे ब्रिज के 49 में से 22 केबल में जंग लगी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ब्रिज गिरने से पहले ही तार टूट गए थे। बता दें कि मोरबी की […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Feb 20, 2023 13:52
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Morbi Bridge Tragedy: मोरबी ब्रिज हादसे की जांच में जुटी SIT की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पानी में गिरे ब्रिज के 49 में से 22 केबल में जंग लगी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ब्रिज गिरने से पहले ही तार टूट गए थे। बता दें कि मोरबी की मच्छू नदी में पुल के गिरने से 134 लोगों की मौत हो गई थी।

SIT की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मरम्मत कार्य शुरू करने से पहले पुल के मेन केबल और वर्टिकल सस्पेंडर्स की उचित जांच नहीं की गई थी। मरम्मत कार्य के दौरान, पुराने सस्पेंडर्स को नए सस्पेंडर्स के साथ वेल्ड किया गया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पुल के रखरखाव का जिम्मा जिस कंपनी को सौंपा गया था उसने गैर सक्षम लोगों को आउटसोर्स किया था।

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जनवरी में 1262 पेज की दायर की गई थी चार्जशीट

बता दें कि अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (ओरेवा ग्रुप) ने मोरबी में मच्छू नदी पर ब्रिटिश काल के पुल के नवीनीकरण, मरम्मत और संचालन का ठेका हासिल किया था। इस मामले में जनवरी में 1,262 पेज की चार्जशीट दायर की गई थी, जिसमें ओरेवा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर जयसुख पटेल को बतौर आरोपी शामिल किया गया था। चार्जशीट दायर होने के बाद जयसुख पटेल ने मोरबी में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।

SIT ने विसंगतियों के अलावा कुछ गाइडलाइन्स की सिफारिश भी की

पुल में विसंगतियों की ओर इशारा करने के अलावा, एसआईटी की रिपोर्ट ने कुछ दिशानिर्देशों की सिफारिश की। कमिटी ने सुझाव दिया कि सभी सार्वजनिक ढांचों के लिए एक रजिस्टर रखा जाना चाहिए, उन ढांचों का समय-समय पर ऑडिट किया जाना चाहिए। एक उचित एसओपी भी विकसित किया जाना चाहिए।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि जनता द्वारा उपयोग की जा रही किसी भी संरचना का समय-समय पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा निरीक्षण किया जाना चाहिए। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि एक निश्चित समय में पुल तक पहुंचने वाले व्यक्तियों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया था। पुल पर अप्रतिबंधित आवाजाही के लिए टिकटों की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नहीं था।

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Written By

Om Pratap

First published on: Feb 20, 2023 01:51 PM

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