जरात के कांडला पोर्ट से वापस जा रहे एक पानी के जहाज पर विस्फोट हो गया। इस जहाज पर हॉन्ग कॉन्ग का झंडा लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि जहाज मेथनॉल खाली करने के बाद वापस लौट रहा था। विस्फोट के बाद 26 साल पुराना टैंकर जहाज एक ओर झुक गया। इसके बाद इस पर सवार 21 चालक दल की जान खतरे में पड़ गई।
घटना की सूचना मिलने पर तटरक्षक बल ने जहाज पर सवार जहाज के मालिक समेत 21 चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए बचाव अभियान चलाया। इस बीच, महानिदेशालय (शिपिंग) के तहत मरीन मर्केंटाइल विभाग ने रहस्यमयी घटना की जांच शुरू कर दी है।
कांडला के नौवहन चैनल के बाहर दुर्घटना
कांडला पोर्ट के प्रवक्ता ओम प्रकाश दादलानी ने बताया कि टैंकर जहाज कांडला पोर्ट की नंबर दो तेल जेटी पर मेथनॉल खाली करने के बाद वापसी के लिए निकला था। जहाज दोपहर में कांडला पोर्ट के नौवहन चैनल से निकला, तभी एक भयानक रहस्यमयी विस्फोट हुआ। तेज धमाके के बाद जहाज समुद्र में एक ओर झुकने लगा। जहाज पर सवार लोगों ने इसकी जानकारी समुद्री प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र को दी और मदद की मांग की।
कांडला पोर्ट पर मेथेनॉल खाली करने के बाद वापिस लौट रहा हांगकांग का 26 साल पुराना टैंकर जहाज रहस्यमय विस्फोट के बाद झुक गया।#kandlaPort#Gujarat pic.twitter.com/FMFt5c5Uzm
---विज्ञापन---— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) July 6, 2025
तटरक्षक बल ने 21 चालक दल के सदस्यों को बचाया
जहाज पर सवार 21 चालक दल के सदस्यों में से अधिकांश चीनी नागरिक हैं। विस्फोट के दौरान या उसके बाद कोई आग नहीं देखी गई। इसलिए, यह रहस्य बना हुआ है कि यह विस्फोट कैसे हुआ। शिपिंग विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है। यह जहाज ओमान के सोहर बंदरगाह से कांडला पहुंचा था।
मेथनॉल: एक अत्यधिक जहरीला रसायन
इस जहाज में जो रसायन था, वह मेथनॉल है, जो एक रंगहीन, ज्वलनशील और अत्यधिक जहरीला रसायन है। मेथनॉल को मिथाइल अल्कोहल के रूप में भी जाना जाता है। इसका उपयोग पेंट, प्लास्टिक और चिपकने वाले पदार्थों में विलायक के रूप में किया जाता है। इसके अलावा, यह ईंधन, एसिटिक एसिड आदि जैसे उत्पादों के निर्माण में भी उपयोग किया जाता है।