गुजरात के नर्मदा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने गुजरात के विकास मॉडल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विकास का दावा करने वाले गुजरात में एक मरीज को सड़क और एंबुलेंस के अभाव में 10 किलोमीटर पैदल लादकर अस्पताल ले जाया गया। आपको यह जानकर और भी ज्यादा हैरानी होगी कि घटना फेमस ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर हुई है।
गुजरात मॉडल में नर्मदा के चापट गांव जहाँ एक व्यक्ति को सांप द्वारा काटे जाने के बाद सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से उसे झोली में बांधकर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक ले कर अस्पताल पहुँचाया गया।
उस गाँव से 10 किमी दुरी पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण… pic.twitter.com/M4PPzFyuRo---विज्ञापन---— Chaitar Vasava AAP (@Chaitar_Vasava) April 14, 2025
झोली में बांधकर मरीज को ले गए अस्पताल
यह घटना नर्मदा जिले के चापट गांव की है, जो राज्य के सबसे फेमस टूरिस्ट प्लेस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दरअसल, इस गांव में एक व्यक्ति को सांप ने काट लिया। ग्रामीणों ने तुरंत व्यक्ति का घरेलू उपचार किया और उसे लेकर अस्पताल भागे। लेकिन गांव में सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी होने के कारण लोग पीड़ित व्यक्ति को झोली में बांधकर पैदल चलकर मैन रोड तक लेकर आए। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पीड़ित व्यक्ति का इलाज चल रहा है।
गांव में नहीं पहुंच सकती एंबुलेंस
जानकारी के अनुसार, इस गांव में सड़क न होने और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसी घटनाएं केवल एक गांव की नहीं, बल्कि पूरे ‘विकसित गुजरात’ के दावों पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। जहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, वहीं पास के गांव में एंबुलेंस तक नहीं पहुंच सकती। गांव की हालत के बारे में स्थानीय प्रशासन और उसके जनप्रतिनिधि हर कोई जानता है।
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बुनियादी सुविधाओं से वंचित है गांव
गुजरात का यह गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। इस गांव के लोगों को आज भी आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लंबी दूरी का सफर पैदल तय करना पड़ता है। इस गांव तक गुजरात सरकार की सड़क अभी तक नहीं पहुंची है। जानकारी के अनुसार, इस गांव में आंगनवाड़ी और प्राथमिक स्कूल तक नहीं है।