Narmada Water: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सौराष्ट्र के किसानों तथा नागरिकों को नर्मदा जल पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है। इसके तहत नर्मदा के पानी से सौराष्ट्र के डैम भरे जाएंगे। सौराष्ट्र क्षेत्र के किसानों और नागरिकों को नर्मदा जल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। नर्मदा बांध के अपस्ट्रीम में व्यापक वर्षा के परिणामस्वरूप, सरदार सरोवर बांध में जल स्तर बढ़ गया है, इस पानी को सौराष्ट्र के जल निकायों में डाला जाएगा। राज्य सरकार ने अलग-अलग SAUNI योजनाओं की 4 पाइपलाइनों के माध्यम से सौराष्ट्र के सुरेंद्रनगर, राजकोट, मोरबी, बोटाद, भावनगर, जामनगर और अमरेली जिलों के कुल 40 जलाशयों में नर्मदा जल की आपूर्ति करने की पूर्व योजना बनाई है।
सौराष्ट्र के वाटर बॉडीज तक पहुंचाने में नर्मदा नीर
इन पाइपलाइनों के जरिए इस जलाशय में 1 हजार 300 क्यूसेक पानी डाला गया है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा और आने वाले दिनों में सौराष्ट्र के इन जलाशयों में 2000 क्यूसेक पानी डाला जाएगा। इन जिलों के बांध या झीलें भी भर दी जाएंगी। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के निर्देशन में फिलहाल उन जलाशयों को प्राथमिकता दी जा रही है, जो पेयजल की मात्रा के लिए आरक्षित हैं।
सौनी योजना की अलग-अलग 4 पाइप लाइनों के माध्यम से इन सभी डेम में पानी डाला जाएगा। हाल में इन पाइप लाइनों के जरिए 1 हजार 300 क्यूसेक पानी उद्वहन कर इन जलाशयों में पहुंचाने की शुरुआत की गई है। इसमें बढ़ोतरी की जाएगी और आगामी दिवसों में सौराष्ट्र के इन जलाशयों में 2 हजार क्यूसेक पानी उद्वहन कर पहुंचाया जाएगा। अगर बारिश में देर हुई, तो सरकार के दिशा-निर्देश में इन जिलों के लगभग 600 तटबंधों व तालाबों को भरने का भी आयोजन किया गया है। जिन जलाशयों का पानी पीने के लिए आरक्षित है, हाल में उन जलाशयों में नर्मदा जल पहुंचाने को प्राथमिकता दी जा रही है।
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