Gujarat Abhayam 181 Women Helpline : जहां लोग घर बैठे ही मोबाइल फोन से अपने परिवार का हालचाल ले लेते हैं तो वहीं इससे दंपति में दूरियां भी बढ़ रही हैं। कुछ लोग मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल करते हैं तो कुछ गलत। इस वक्त बड़े लोगों से लेकर छोटे बच्चों के हाथों में मोबाइल देखने को मिल जाते हैं। लोगों का ज्यादा समय मोबाइल पर ही बीत रहा है, जिससे घरों में लड़ाई-झगड़े के मामले बढ़ रहे हैं। गुजरात की हेल्पलाइन भी पति-पत्नी की तू-तू-मैं-मै और खिटपिट को सुलझाने में व्यस्त है।
गुजरात में साल 2014 से अभयम 181 वूमेन हेल्पलाइन की शुरुआत हुई थी। इस हेल्पलाइन में रविवार को एक कॉल आई। दूसरे तरफ से एक महिला बोल रही थी। अहमदाबाद के एक इलाके की रहने वाली महिला ने फोन पर कहा कि हेलो, बहस के बाद मेरे पति ने मुझे पीटा है। इस पर अभयम की टीम मौके पर पहुंची और दोनों की बातें सुनीं तो पाया कि दोनों के बीच झगड़े का कारण सिर्फ मोबाइल फोन है।
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रातभर पति के मोबाइल को चेक करती थी महिला
अभयम के काउंसलर ने कहा कि महिला रात में अपने पति का मोबाइल चेक करती थी। वह पूरी रात जगकर फोन के मैसेज, सोशल मीडिया पोस्ट, कॉल हिस्ट्री देखती थी। यह सिलसिला पिछले एक महीने से चल रहा था। इसकी वजह से महिला रात में ठीक से सो नहीं पा रही थी, जिससे उसकी नींद पूरी नहीं पा रही थी। इसके बाद महिला सुबह उठकर किसी फोन कॉल या मैसेज को लेकर मुद्दा उठाती थी और उसे लेकर पति से झगड़ा हो जाता था।
मोबाइल फोन की वजह से कलह के मामले 2.5 गुना बढ़े
काउंसलर ने कहा कि पति ने अपनी पत्नी को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानती। अंत में काउंसलर ने पति से कहा कि पत्नी के साथ मारपीट न करें और उन्होंने महिला को सलाह दी कि वह बेवजह भ्रमित न हो। यह मामला तो सिर्फ एक उदाहरण है। अभयम हेल्पलाइन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 5 सालों में मोबाइल फोन की वजह से दंपति के बीच कलह के 2.5 गुना ज्यादा मामले बढ़े हैं।
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