Gujarat 3 New Districts Debat: गुजरात में 3 नए जिले बनाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसमें वडनगर, वीरगाम और राधनपुर या थराडना शामिल हैं। हाल ही में भाजपा विधायक अल्पेश ठाकोर ने राधनपुर को जिला बनाने की मांग की है। गांधीनगर दक्षिण के विधायक अल्पेश ठाकोर ने संतालपुर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में गुजरात सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि राधनपुर को जिला घोषित किया जाए। वहीं बनासकांठा जिले के बंटवारे पर उत्तर गुजरात मे राजनीति गरमा हुई है। दरअसल जिले के पश्चिमी क्षेत्र को विभाजित कर देवदार को ओगाड जिला बनाने की मांग की गई है। इसको लेकर देवदार के समन्वय बैठक में ओगाड जिला समन्वय समिति का गठन किया गया है। सभी लोगों ने एक स्वर से देवदार को जिला मुख्यालय बनाने की मांग की है।
संत शिरोमणि ओगड़ पर नाम रहे जिले का नाम
राजवी और समिति के अध्यक्ष गुमानसिंह वाघेला ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से देवदार एक केंद्रीय क्षेत्र है और यहां संत शिरोमणि ओगड़ नाथ धाम स्थित है, इसलिए सभी की मांग है कि इस जिले का नाम ओगड़ जिला रखा जाए। तो इस क्षेत्र के लोग हर दिन संत शिरोमणि ओगड नाथजी को याद कर सकेंगे।
भौगोलिक दृष्टि से देखों तो देवदार पश्चिमी क्षेत्र के तालुकों के मध्य में स्थित है, अगर देवदार को जिला मुख्यालय घोषित किया जाता है, तो कांकेरगे, सुइगाम, भाभर सहित दिसाना भीलड़ी के 22 गांवों के लोगों के लिए यह बहुत आसान होगा। प्रशासनिक कार्यों में देवदार के लोगों को बहुत आसानी होगी। फिर आज हुई बैठक में नेताओं ने आने वाले दिनों में देवदार को भूलकर पक्षियों को ओगड जिला घोषित करने की मांग को लेकर हाइएस्ट लेवल पर प्रेजेंटेशन देने की तैयारी दिखाई है।
जिला घोषित करने की मांग
देवदार के पूर्व विधायक शिवभाई भूरिया ने कहा कि बनासकांठा जिला बहुत बड़ा जिला है इसलिए एक अलग जिले की बहुत जरूरत है। हम सभी की मांग है कि ओगड जिला बनाया जाए। देवदार जिला मुख्यालय बनने पर कांकेरगे, भाभर, सुइगाम, वाव, थराद लाखनी समेत कई इलाकों के लोगों को प्रशासनिक कामकाज में सुविधा होगी।
राधनपुर को जिला घोषित करने का प्रस्ताव
राधनपुर विधायक लविंगजी ठाकोर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राधनपुर को जिला घोषित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि अगर राघनपुर को जिला घोषित कर दिया जाए तो लोगों को काफी फायदा होगा। हम सालों से राधनपुर को जिला घोषित करने की मांग रहे है।
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2013 में राज्य सरकार ने 7 नए जिलों की घोषणा
बता दें कि साल 2013 में गुजरात सरकार ने 7 नए जिलों की घोषणा की थी। वहीं 3 और नए जिलों के पुनर्गठन पर सरकारी स्तर पर विचार किया जा रहा है। बनासकांठा कच्छ और पाटन जिलों को मिलाकर राधनपुर या थराद नामक एक नया जिला बनाया जा सकता है। वीरमगाम जिले को अहमदाबाद और सुरेंद्रनगर जिलों से पुनर्गठित किया जा सकता है। इसके अलावा मेहसाणा और गांधीनगर जिलों के भी कुछ हिस्सों को जोड़कर वडनगर को एक नया जिला बनाया सकता है। अगर प्रदेश के मौजूदा 33 जिलों में से 3 और जिले बनाये जाते हैं, तो राज्य में कुल 36 जिले हो जाएंगे।
किसे मिल सकता है पहला मौका
गुजरात में फिलहाल कुल 33 जिले मौजूद हैं। इसमें मौजूदा बनासकांठा, कच्छ, पाटन, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, मेहसाणा और गांधीनगर जिलों से नए जिले बनाए जा सकते हैं। राधनपुर या थराद बनासकांठा, कच्छ और पाटन में से एक नया जिला हो सकता है। विरमगाम जिला अहमदाबाद और सुरेंद्रनगर से बनाया जा सकता है। इसके अलावा मेहसाणा और गांधीनगर के कुछ हिस्सों को जोड़कर वडनगर एक नया जिला बन सकता है।