Gujarat 250 Brahmins Will Perform Yagyanushthan: गुजरात में विश्व कल्याण के लिए 40 दिनों का यज्ञानुष्ठान किया जा रहा है, जिसे 250 ब्राह्मणों द्वारा 24 यज्ञ के साथ पूरा किया जाएगा। राज्य के रणपुर, भेंसन और जूनागढ़ में 10 जनवरी को 40 दिनों का यज्ञानुष्ठान शुरू हुआ था। आज इस यज्ञानुष्ठान में काशी के प्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ आशीर्वाद देने आ रहे हैं। उनके अलावा भारत के विभिन्न प्रांतों से भी बड़ी संख्या में आध्यात्मिक विभूतियां इस यज्ञोत्सव में उपस्थित रहेंगी। मालूम हो कि आचार्य गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए शुभ मुहूर्त और भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करवाई थी।
40 दिनों तक चलेगा यज्ञानुष्ठान
इस अतिदुर्लभयज्ञ के आयोजक और भूतनाथ महादेव मंदिर के महंत महेशगिरि ने बताया कि इससे पहले ये यज्ञ सतयुग, त्रेतायुग और द्वापर युग में होते थे। बता दें कि पूरे भारत देश में ऐसा पहली बार होगा कि कलियुग में ऐसा यज्ञ हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन 40 दिनों में ग्रह-नक्षत्रों के अत्यंत दुर्लभ योग भी बन रहे हैं।
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यज्ञानुष्ठान को मिल रहा सहयोग
यज्ञ में प्रयुक्त होने वाली सामग्री जैसे गाय का घी, अलग-अलग यज्ञ के लिए अलग-अलग पेड़ों की लकड़ी, पूर्णतया शुद्ध यज्ञ सामग्री और कुछ दुर्लभ पदार्थों को ध्यान में रखकर किया जाता है। इनके बिना कोई भी महायज्ञ पूरा नहीं हो सकता है, दूसरे राज्यों से मंगाकर यज्ञ में उपयोग किया जाता है। विद्वान भूदेव ने यज्ञशाला की स्थिति, सूर्य की किरणों और यज्ञशाला के बाकी भौगोलिक कारकों के अनुरूप यज्ञशाला का निर्माण किया है।