अहमदाबाद के विवादास्पद हाटकेश्वर पुल तोड़ना शुरू कर दिया है। जनता के 44 करोड़ रुपए खर्च कर बना पुल अब जनता के ही 4 करोड़ रुपये खर्च कर तोड़ा जाएगा। हालांकि, कुछ दिन पहले ही पुल बनाने वाली कंपनी अजय इन्फ्रा ने कोर्ट में अपील दाखिल कर कहा था कि वो अपने खर्च पर पुल की मरम्मत करने के लिए तैयार हैं। अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन पुल तोड़ कर जनता के पैसों का बिगाड़ न करें। अदालत में इस मामले में अगली सुनवाई 30 अगस्त को होने वाली है, लेकिन उससे पहले ही पुल को तोडा जाना शुरू हो गया है।
AMC ने दी ये सफाई
AMC के ब्रिज प्रोजेक्ट विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हाटकेश्वर पुल को तोड़ने की मंजूरी मिलने के बाद कांट्रेक्टर ने मशीनरी उतार दी। पुल तोड़ने के लिए IIT गांधीनगर के पास डिजाइन प्रस्ताव रखा गया और सबसे पहले पुल के ऊपर बने डामर रोड को तोड़ना शुरू किया गया है। इसके लिए जेसीबी मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। पुल के दोनों तरफ लगे सर्विस रोड को बंद करना है या नहीं, यह तोड़ाई के दौरान तय होगा।
पुल तोड़ने का कितना खर्च आएगा?
AMC ने हाटकेश्वर पुल को तोड़ने का कांट्रेक्ट श्रीगणेश कंस्ट्रक्शन को दिया है। पुल तोड़ने का कुल खर्च लगभग 8 करोड़ रुपए आएगा, लेकिन पुल के टूटने से निकले कच्चे माल और अन्य वस्तुओं की कीमत लगभग 4 करोड़ रुपए होगी। ये सभी सामान कांट्रेक्टर कंपनी ले जाएगी। इसलिए पुल तोड़ने का वास्तविक खर्च एमसी को लगभग 4 करोड़ रुपए ही चुकाना होगा। पुल तोड़ने का काम शुरू हो चुका है और आगामी छह महीनों में पुल पूरी तरह टूट जाएगा।
आपको बता दें, साल भर से ज्यादा समय से बनकर तैयार बोपल और घूमा ब्रिज भी अपनी डिजाइन की खामी होने की वजह से अब तक बिना इस्तेमाल के ही बेकार पड़ा है।
वहीं, अब अहमदाबाद का ये पुल पहले ही भ्रष्टाचार के पुल के नाम से मशहूर हो चुका है। अब स्कूल को तोड़कर नया पुल बनेगा या नहीं यह फिलहाल तो नहीं कहा जा सकता है।
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