26th January Republic Day: 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ की थीम पर आधारित गुजरात की झांकी ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक – विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ ने उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस झांकी के साथ ‘मणियारा रास’ की ताल पर झूमते कलाकारों ने भी हर किसी को रोमांचित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर विभिन्न राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की कुल 31 झांकियां प्रदर्शित की गईं। इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में रिपब्लिक ऑफ इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
गुजरात की झांकी
‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ शीर्षक के अंतर्गत गुजरात की ओर से प्रस्तुत की गई झांकी ने सही मायनों में न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर और विकास के अभूतपूर्व संमिश्रण को अत्यंत प्रभावशाली तरीके से साकार किया। गुजरात की झांकी में 12वीं सदी के वडनगर यानी आनर्तपुर के सोलंकी कालीन ‘कीर्ति तोरण’ से लेकर 21वीं सदी का अजूबा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में राज्य की ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती विभिन्न विकास परियोजनाओं का प्रभावशाली निदर्शन किया गया था।
राज्य की झांकी के अगले हिस्से में सोलंकी काल में निर्मित वडनगर स्थित 12वीं सदी का गुजरात का सांस्कृतिक प्रवेशद्वार कहा जाने वाला ‘कीर्ति तोरण’, जबकि अंत में 21वीं सदी की शान, 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को दर्शाया गया, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इन दोनों विरासतों के बीच गुजरात में रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत गुजरात की विभिन्न परियोजनाओं को दर्शाया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी की 100वीं जयंती के प्रतीक के रूप में साबरमती रिवरफ्रंट के दोनों तटों को जोड़ने वाला ‘अटल ब्रिज’, द्वारका और शिवराजपुर बीच में आकार लेने वाले ‘अंडर वाटर स्पोर्ट्स’ की गतिविधियों के साथ मिट्टी और शीशे से बनी कच्छी कलाकृतियों ने इस झांकी को चार चांद लगा दिए।
गुजरात की झांकी के अग्रभाग में ‘यूनेस्को’ की हेरिटेज साइट में शामिल आनर्तपुर यानी मौजूदा वडनगर शहर में स्थित 12वीं सदी का सोलंकी कालीन ‘कीर्ति तोरण’ और नीचे के हिस्से में मिट्टी और शीशे से निर्मित कच्छी कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया।
झांकी के मध्य भाग में रक्षा-टेक्नोलॉजी क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परियोजनाओं में से एक, वडोदरा में ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड’ के द्वारा तैयार होने वाले भारतीय वायुसेना के सी-295 एयरक्राफ्ट की यूनिट और उसके नीचे अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट के दोनों तटों को जोड़ने वाला इंजीनियरिंग का खूबसूरत नमूना ‘अटल ब्रिज’, गुजरात में भारी निवेश के साथ सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र की सफलता को दिखाते सेमीकंडक्टर चिप और उससे जुड़े विभिन्न उपकरण और उसके नीचे ऑटोमोबाइल-मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित हो रहे गुजरात के ऑटो और मशीन उद्योग को दर्शाया गया।
सरदार वल्लभभाई पटेल को किया गया याद
झांकी के अंतिम हिस्से में भारत के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर उन्हें स्मरणांजलि के रूप में 21वीं सदी की शान और देश भर के किसानों से एकत्रित किए गए लोहे से निर्मित सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को दर्शाया गया, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसके नीचे के हिस्से में जगत मंदिर द्वारका की पवित्र भूमि और शिवराजपुर बीच में आकार लेने वाले ‘अंडर वाटर स्पोर्ट्स’ की गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। गुजरात की इस झांकी को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पारंपरिक लेकिन अर्वाचीन दोहे के साथ राज्य के जोशीले मणियारा रास को जीवंत नृत्य के साथ प्रस्तुत किया गया।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों की 16 झांकियों समेत कुल 31 झांकियां प्रदर्शित की गईं। गुजरात सरकार के सूचना विभाग की ओर से प्रस्तुत इस झांकी के निर्माण में सूचना एवं प्रसारण सचिव अवंतिका सिंह औलख, सूचना निदेशक किशोर बचाणी और अतिरिक्त निदेशक अरविंद पटेल के मार्गदर्शन में संयुक्त सूचना निदेशक डॉ. संजय कचोट और उप सूचना निदेशक जिगर खूंट का योगदान रहा।
‘पीएम एट होम’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास पहुंचे गुजरात के झांकी कलाकार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 जनवरी, 2025 को ‘पीएम एट होम’ कार्यक्रम के अंतर्गत गुजरात के झांकी कलाकारों सहित एनसीसी कैडेटों, एनएसएस स्वयंसेवकों और आदिवासी मेहमानों के साथ मुलाकात कर उनसे बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 जनवरी, 2025 की सुबह लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर गणतंत्र दिवस परेड के हिस्से के रूप में गुजरात के झांकी से जुड़े कलाकारों और अधिकारियों के साथ-साथ अन्य राज्यों के कलाकारों के साथ मुलाकात कर उनके साथ संवाद किया। इस संवाद के बाद भारत की समृद्ध संस्कृति एवं विविधता को प्रदर्शित करने वाले जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
सैन्य ताकत को दिखाते आधुनिक हथियार, वायुसेना के करतब और विभिन्न रेजिमेंटों के मार्च से वातावरण बना जोशीला
देश की राजधानी नई दिल्ली के खुशनुमा वातावरण में शुरू हुई आज की गणतंत्र दिवस परेड का औपचारिक प्रारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, वरिष्ठ पदाधिकारियों और भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारियों द्वारा ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ शुरू हुआ। सलामी मंच पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा तिरंगे को सलामी देने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवदस की परेड शुरू हुई।
इस परेड में टी-90 टैंक, आकाश वेपन सिस्टम सहित अन्य महत्वपूर्ण सैन्य उपकरणों को दर्शाया गया। परेड में मेक इन्फैंट्री रेजिमेंट के अलावा पंजाब, जाट, राजपूत, गढ़वाल, सिख, बिहार और महार रेजिमेंट के जवानों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा, एनसीसी कैडेटों और एनएसएस के युवाओं ने भी परेड में भाग लिया।
मिग-29, सी-295, सी-130, जगुआर, राफेल और सुखोई-30 जैसे वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने आसमान में ध्वज, बाज, प्रचंड, टेंगिल, रक्षक, अर्जुन, नेत्र, भीम, अमृत, वज्रांग, त्रिशूल और विजय जैसी आकृतियां बनाकर उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया।
जीत की हैट्रिक लगाने के करीब गुजरात!
राज्य की झांकी को विजेता बनाने के लिए MyGov पर जाकर भरपूर वोटिंग करें और गुजरात को विजेता बनाने में अपना योगदान दें
26 जनवरी, 2025 को गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भव्य एवं रंगारंग परेड आयोजित हुई, जिसमें देश की सैन्य और सांस्कृतिक झांकी के प्रदर्शन के साथ ही राज्यों की झांकियां भी प्रदर्शित की गईं। गुजरात की झांकी पिछले दो वर्षों से ‘पब्लिक चॉइस अवॉर्ड’ में लगातार प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफल रही है।
गुजरात की झांकी लगातार तीसरे वर्ष भी पब्लिक चॉइस अवॉर्ड हासिल कर जीत की हैट्रिक बनाए, इसके लिए आपकी वोटिंग अत्यंत उपयोगी साबित होगी।
‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ की थीम पर गुजरात द्वारा ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक – विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ विषय पर झांकी प्रस्तुत की गई है।
MyGov.in वेबसाइट पर “VOTE for your favourite Tableaux & Contingnet at Republic Day 2025 या Poll for the best Tableaux & Marching Contingent 2025” के अंतर्गत वोटिंग लिंक 26 जनवरी की सुबह से ही लाइव कर दिया गया है। इस लिंक में गुजरात की झांकी के सामने दिए गए विषय पर टिक कर अपना वोट दर्ज करें और गुजरात की झांकी को विजेता बनाएं।