नई दिल्ली: दिल्ली सरकार बाढ़ से प्रभावित दिल्लीवासियों को हर संभव मदद पहुंचाने की सभी कोशिश कर रही है। मंगलवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने मयूर विहार फेज-1, यमुना खादर और यमुना ब्रिज राहत शिविर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
पीड़ितों को राहत सामग्री और फूड पैकेट वितरित किए
डीजेबी उपाध्यक्ष ने शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री और फूड पैकेट भी वितरित किए। ब्रिजिंग दी गैप फाउंडेशन नाम की संस्था बाढ़ पीड़ितों को भोजन उपलब्ध कराने में सहयोग कर रही है। इस दौरान डीजेबी उपाध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित दिल्ली के छह जिलों लोगों के लिए सरकार ने स्कूलों या धर्मशालाओं में राहत शिविर लगाए हैं, जहां खाना-पानी और टॉयलेट्स का समुचित इंतज़ाम किया गया है।
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सरकार बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करेगी
सोमनाथ भारती ने शिविरों में रह रहे लोगों से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ के चलते डीजेबी को वजीराबाद, ओखला और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा था। लेकिन बीती रात से अब सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहे है। प्लांट बंद होने से जिन इलाको में जलापूर्ति प्रभावित हुई थी उन इलाकों की जलापूर्ति सामान्य हो गई है।
मिलकर काम करना चाहिए
उन्होंने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि आपदा के इस वक्त में भी बीजेपी राजनीती करने से बाज़ नहीं आ रही है। बीजेपी को राजनीती करने की बजाय दिल्लीवासियों के हित में मिलकर काम करना चाहिए। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष जब से यमुना जी में बाढ़ आई है तब से ही बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। डीजेबी उपाध्यक्ष ने राहत शिविर पहुंच कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल – चाल जाना। सोमनाथ भारती ने बाढ़ पीड़ितों से कहा कि इस मुश्किल वक़्त में पूरी केजरीवाल सरकार पीड़ितों के साथ है।
टैंकर के विशेष इंतजाम किए है
उन्होंने लोगों से यमुना का पानी घर में घुसने से हुए नुकसान की जानकारी ली। कई लोगों ने बताया कि इससे उनका काफी नुकसान हुआ है। यमुना के पानी में उनके महत्वपूर्ण कागजात, दैनिक उपयोग की वस्तुएं और अन्य सामान भी बह गए हैं। इस पर डीजेबी उपाध्यक्ष ने लोगों को आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी, जिससे कि नुकसान की भरपाई हो सके। दिल्ली जल बोर्ड ने भी राहत शिविरों में रह रहे लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए टैंकर के विशेष इंतजाम किए है।
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शिविरों में पीने के पानी की कमी नहीं होनी चाहिए
अधिकारियों को साफ़ निर्देश दिए गए है कि शिविरों में पीने के पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। डीजेबी द्वारा इसके किये शिविरों में अधिकारियों की विशेष तैनाती की गई है। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि शिविरों में रह रहे लोगों को पर्याप्त मात्रा में साफ़ पानी उपलब्ध कराया जा सके। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ की चलते दिल्ली जल बोर्ड को वजीराबाद, ओखला और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े थे। डीजेबी के अधिकारी और कर्मचारी इन प्लांट्स को दोबारा चालू करने के लिए दिन – रात काम कर रहे है।
प्रभावित इलाकों में जलापूर्ति सामान्य
डीजेबी के एक- एक कर सभी प्लांट्स चालू कर दिए है और तीनों प्लांट अब अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहे है। प्लांट बंद होने से लोगों को पानी की कमी का भी सामना करना पड़ा था और कुछ इलाकों की जलापूर्ति प्रभावित हुई थी। लेकिन तीनों प्लांट में पूरी क्षमता से पानी का उत्पादन होने से अब प्रभावित इलाकों में जलापूर्ति सामान्य हो गई है ।
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