Tillu Tajpuriya Murder: तिहाड़ जेल में गुरुवार को बड़ा फेरबदल करते हुए 99 जेल अधिकारियों का तबादला कर दिया गया। टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद ये फैसला लिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि साथी कैदियों ने रोहिणी कोर्ट शूटआउट के मुख्य आरोपी की पुलिस के सामने चाकू मारकर हत्या कर दी। इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं किया।
तिहाड़ जेल के अंदर सेंट्रल गैलरी की दीवार पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज 2 मई की सुबह करीब 6:15 बजे की है। सूत्रों ने पहले एएनआई को बताया कि जेल प्रशासन ने तिहाड़ के अंदर बंद खूंखार गैंगस्टरों की सूची बनाना शुरू कर दिया है और उन्हें अलग-अलग जेलों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, ये तबादले डीजी तिहाड़ संजय बेनीवाल के आदेश पर किये गए हैं। तबादलों की लिस्ट में 11 डिप्टी सुपरीटेंडेंट, 12 असिस्टेंट, 15 हेड वार्डन, 56 वार्डन और 4 ड्राइवर शामिल हैं।
जेल के अंदर एक और गैंगवार की आशंका
सूत्रों ने कहा कि तिहाड़ प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है क्योंकि उन्हें जेल के अंदर एक और गैंगवार की आशंका है। सूत्रों ने आगे कहा कि गोगी गिरोह के सदस्यों द्वारा टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मद्देनजर प्रशासन सभी कैदियों को अलग-अलग सेल में स्थानांतरित कर रहा है, जो उनके प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों की सेल से दूर होगा।
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने कहा कि कुल मिलाकर तिहाड़ जेल में शीर्ष गैंगस्टर और उसके गुर्गों सहित हजार से अधिक कैदी हैं। इनमें मुख्य रूप से वे कैदी शामिल हैं, जो साइलेंट मोड में हैं और अपने प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों पर अचानक हमला कर देते हैं। उन्होंने कहा कि करीब 30-35 कैदी हैं, जिनकी सुरक्षा खतरे में है।
जेल में बंद गैंगस्टर्स में ये शामिल
तिहाड़ जेल के अंदर लगभग 30 से 35 खूंखार गैंगस्टर बंद हैं, जिनमें गैंगस्टर नवीन बाली, गैंगस्टर नीरज बवाना और उसके गुर्गे अशोक प्रधान और दीपक बॉक्सर शामिल हैं। इसके अलावा तिहाड़ जेल प्रशासन अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को तिहाड़ जेल की सुरक्षा आकलन समिति में शामिल कर रहा है, ताकि यह पता चल सके कि कौन सा कैदी किस गिरोह से जुड़ा है और उसे सुरक्षित शिफ्ट किया जा सके।
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले में आरोपी सुनील बालियान उर्फ गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को 2 मई को तिहाड़ जेल में प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने मार डाला था। जेल अधिकारियों के मुताबिक, टिल्लू ताजपुरिया को तुरंत दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों दीपक तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान ने सुबह करीब 6:15 बजे वार्ड की पहली मंजिल पर लगी लोहे की ग्रिल को आरी से काटकर खोला था। जेल के एक अधिकारी के अनुसार, आरोपी उसी वार्ड की पहली मंजिल पर बंद थे और उन्होंने ताजपुरिया पर हमला करने के लिए लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया।
2016 में टिल्लू ताजपुरिया को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि टिल्लू गिरोह का मुखिया दिल्ली का रहने वाला ताजपुरिया 2016 में कई अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था और तब से जेल में था। सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले में सुनील बालियान उर्फ ताजपुरिया मुख्य आरोपी था, जिसमें उसके दोस्त से गैंगस्टर बने जितेंद्र मान उर्फ गोगी की मौत हो गई थी।
ताजपुरिया के कथित सहयोगी शूटर वकील के कपड़े पहनकर आए थे और रोहिणी अदालत में गोगोई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों बंदूकधारियों को पुलिस टीम ने तुरंत मार गिराया था। कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी के नेतृत्व वाले एक अन्य गिरोह के साथ ताजपुरिया और उसके गिरोह की प्रतिद्वंद्विता 2009 की है।