Delhi Lal quila blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार बम विस्फोट में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई. इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हो गए. अधिकारियों को शक है कि यह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े एक भगोड़े आतंकवादी द्वारा किया गया एक घातक आत्मघाती हमला हो सकता है. यह घटना जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा कई राज्यों की एजेंसियों के साथ मिलकर की गई कार्रवाई के कुछ ही घंटों बाद हुई है. जिसमें उसने हरियाणा के फरीदाबाद में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया और लगभग 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की. अधिकारियों का मानना है कि यह एनसीआर क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक हो सकता था.
हो सकता है आतंकवादी हमला
उच्च पुलिस सूत्रों ने न्यूज़24 को बताया कि संदिग्ध आत्मघाती हमलावर वह आतंकवादी हो सकता है, जो हाल ही में हरियाणा में हुई छापेमारी के बाद से फरार था. जिसने शाम लगभग 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर ट्रैफिक जाम के पास विस्फोटकों से लदी i20 कार में विस्फोट किया. विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई, जिससे आस-पास के कई वाहन इसकी चपेट में आ गए और राजधानी में तुरंत हाई अलर्ट जारी कर दिया गया.
फरीदाबाद में बरामद विस्फोटक के बाद हुआ धमाका
यह गंभीर हमला जम्मू-कश्मीर पुलिस और हरियाणा व उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई बड़ी सफलताओं के तुरंत बाद हुआ. विस्फोट से कुछ दिन पहले, जांचकर्ताओं ने एक आतंकी साजिश का पता लगाया था. जिसकी शुरुआत श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के दो पोस्टरों के साथ हुई थी. आगे की जांच में प्रमुख गुर्गों की गिरफ़्तारी हुई. जिनमें ‘सफेदपोश’ आतंकी तंत्र में शामिल पेशेवर और छात्र शामिल थे और विस्फोटकों और हथियारों का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया. जिसमें एक एके-56 राइफल, एके क्रिंकोव राइफल, बेरेटा और चीनी स्टार पिस्तौल, सर्किट और टाइमर शामिल थे. पुलिस सूत्रों ने न्यूज़24 को बताया कि आतंकी मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित आकाओं से जुड़ा था. जो एन्क्रिप्टेड ऑनलाइन चैनलों का इस्तेमाल विचारधारा को भड़काने, वित्तपोषण और रसद सहायता के लिए कर रहे थे. गिरफ्तारयों में कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तीन डॉक्टर भी शामिल थे और उत्तर भारत के कई ज़िलों में आगे की तलाशी और जांच जारी है.
गृह मंत्री अमित शाह स्थिति पर रख रहे हैं कड़ी नजर
गृह मंत्री अमित शाह और शीर्ष पुलिस अधिकारी कथित तौर पर स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं. सूत्रों ने न्यूज़24 को बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात ने व्यक्तिगत रूप से इस संवेदनशील अभियान की निगरानी की और शीघ्र गिरफ्तारियां सुनिश्चित करने और किसी बड़ी तबाही को टालने के लिए कई ब्रीफिंग कीं. बरामद विस्फोटक सामग्री और सबूतों से महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. जिससे पुलिस को राष्ट्रीय राजधानी या आसपास के इलाकों में एक सुनियोजित, बड़े पैमाने पर हताहत करने वाले हमले को रोकने में मदद मिली है. पुलिस अभियान जारी है, जिसमें भंडाफोड़ किए गए मॉड्यूल के अन्य संभावित सदस्यों का पता लगाने के लिए कई छापे और पूछताछ की जा रही है. अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या दिल्ली विस्फोट के लिए ज़िम्मेदार आत्मघाती हमलावर भंडाफोड़ किए गए मॉड्यूल से संबंधित कार्रवाई में शामिल लोगों में शामिल था.










