New Delhi: दिल्ली में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में एक सरकारी स्कूल के गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ के पोस्टर लगा दिए गए। इस संबंध में पुलिस ने स्कूल मैनैजमेंट कमेटी की कन्वीनर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
यह कार्रवाई दिवाकर पांडेय की शिकायत पर दिल्ली सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम की धारा तीन के तहत हुई है।
कन्वीनर गजाला ने लगवाया था बैनर
पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में एक सरकारी स्कूल है, जो दिल्ली सरकार के अधीन है। शनिवार को स्कूल के गेट पर लोगों ने ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ लिखा पोस्टर देखा। इसके बाद लोगों ने अपना विरोध जताया। विरोध को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने पोस्टर हटा दिया। लेकिन दिवाकर पांडेय नाम के एक स्थानीय ने शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन में स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ तहरीर दी।
शिकायतकर्ता दिवाकर पांडे का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की समन्वयक गजाला ने स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ मिलकर स्कूल के गेट पर बैनर लगवाया था।
Delhi Police files case after 'I Love Manish Sisodia' banner hung on govt school gate
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— ANI Digital (@ani_digital) March 5, 2023
कार्यकर्ता बोले- हमें विधायक ने दी थी इजाजत
दिवाकर ने बताया कि 3 मार्च की सुबह आठ-साढ़े आठ बजे के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे। सबसे पहले उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली। उसे बाहर लाकर एक कार्यकर्ता उस पर चढ़ गया और गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ का पोस्टर लगाने लगा। जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति से दूर रखो।
हमने उनसे यह भी पूछा कि क्या उनके पास अनुमति है। उन्होंने विधायक अब्दुल रहमान से संबंधित होने का दावा किया। इसके बाद एक शख्स ने विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने इजाजत दी है तो विधायक ने हां में जवाब दिया। हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहा है, क्योंकि किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का इस्तेमाल करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है।
विरोध पर हटाया गया बैनर
शिकायतकर्ता ने बताया कि लोगों के विरोध करने पर बैनर हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि बच्चों से ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ लिखवाया गया। हमारी संस्कृति इन सब चीजों की इजाजत नहीं देती है।
बच्चों का किया जा रहा ब्रेनवॉश
दिवाकर ने कहा कि वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने प्रिंसिपल से पूछा, लेकिन उन्होंने मामले की गंभीरता को नहीं समझा, जिसके बाद मैंने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
बैनर के साथ बैठाए गए थे बच्चे
स्थानीय निवासी दुर्गेश तिवारी ने कहा कि आप के कुछ कार्यकर्ता यहां आए थे और गेट पर ‘आई लव सिसोदिया’ का बैनर लगा दिया था और स्कूल आने वाले बच्चों को गेट के पास बैठने के लिए बुलाया था। मैंने उनका विरोध किया और कहा कि वे जो कर रहे हैं वह सही नहीं है।
इस पर कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया कि सरकार जो कर रही है वह ठीक नहीं है और हमारे शिक्षा मंत्री को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चे उनके प्रति अपनी हमदर्दी दर्ज करा रहे हैं।
26 फरवरी को इसलिए गिरफ्तार हुए थे सिसोदिया
दिल्ली में घोटाले को अंजाम देने के लिए शराब नीति बदलने के आरोप का सामना कर रहे मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इस समय सीबीआई की रिमांड पर हैं। 10 मार्च को उनकी जमानत पर राउज एवेन्यू कोर्ट सुनवाई करेगा।