इससे पहले सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में SAFAR ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 340 दर्ज किया था। बता दें कि 0 से 100 तक का वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से 500 या इससे ऊपर गंभीर माना जाता है।
दिल्ली: वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक आज की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आज 337 (बहुत खराब श्रेणी में) है। तस्वीरें अक्षरधाम और यमुना बैंक की हैं। pic.twitter.com/cQC9m2GEQi
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2022
एयर क्वालिटी खराब होने पर लिया ये फैसला
इससे पहले रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कदमों की सिफारिश करने वाली केंद्र सरकार के पैनल वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने अपनी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) के हिस्से के रूप में दिल्ली-एनसीआर में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बाद यह घोषणा की गई।
CAQM ने रविवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पैनल ने आगे देखा कि पिछले 24 घंटों में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट देखी गई। 4 दिसंबर को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 407 था।
अपने आदेश में CAQM ने कहा कि उसने निर्माण गतिविधियों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। मेट्रो रेल सेवाओं, स्टेशनों सहित, हवाई अड्डे और अंतर-राज्य बस टर्मिनलों, राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं, सार्वजनिक परियोजनाएं जैसे राजमार्ग, सड़कें, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पाइपलाइन, स्वच्छता परियोजनाएं जैसे सीवेज उपचार संयंत्र और जल आपूर्ति परियोजनाएं प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी।
दूध और डेयरी इकाइयों और जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों, दवाओं और दवाओं के निर्माण में शामिल लोगों को भी सीएक्यूएम आदेश में निर्धारित प्रतिबंधों से छूट दी गई है।