Delhi News: नशामुक्ति अभियान को लेकर बुधवार को समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने पूर्वी दिल्ली जिले के डीएम, पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और इस क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान समाज कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को शैक्षणिक संस्थानों से 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर रोक के निर्देश दिए। मंत्री इंद्राज ने बैठक में नशे पर नियंत्रण के लिए चयनित डार्क स्पॉट्स, पार्क और टॉयलेट्स की निगरानी के निर्देश दिए। मेडिकल स्टोर्स व अन्य जगहों पर ऐसे उत्पादों की बिक्री में सावधानी के लिए भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए, जो नशे के लिए प्रयुक्त हो रही हैं।
परिसर को ड्रग फ्री घोषित करें- मंत्री
बैठक में मंत्री रविन्द्र इंद्राज ने कहा कि दिल्ली के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों से आग्रह है कि अपने परिसर में ‘नशा मुक्ति क्लब’ बनाएं और परिसर को ड्रग फ्री घोषित करें। कहा कि स्कूलों में भी एक शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाना जाए। उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों में वालन्टियर्स तैयार कर नशे के खिलाफ लड़ाई में प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
अभिभावकों को जागरुक करने पर दिया जोर
नशे की रोकथाम पर जोर देते हुए समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने के उपायों और प्रयासों पर अधिक जोर देना चाहिए। शैक्षणिक संस्थानों से 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पाद की बिक्री रोकने के लिए पुलिस और शैक्षणिक संस्थान जनसहयोग से नियंत्रित कर सकते हैं। बैठक में चर्चा हुई कि पार्कों में ओपन जिम की सुविधा, स्किल डेवलपमेंट के प्रयासों, नए डिएडिक्शन सेंटर शुरू करने और जागरूकता कार्यक्रम करना चाहिए। खासकर अभिभावकों को ड्रग लेने वाले बच्चों के लक्षणों को लेकर जागरूक करना होगा।
जनवरी में डीयू में चला था अभियान
दिल्ली विश्वविद्यालय में 23 जनवरी को एनसीबी, क्राइम ब्रांच और पुलिस ने छापा मारा। पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि साउथ कैंपस में कैफे, हॉस्टल और सार्वजनिक स्थानों पर नशे का अवैध धंधा चल रहा है। टीम ने ‘ऑपरेशन क्लीन’ बनाया। कई संदिग्ध युवाओं की तलाशी ली गई। दो युवकों के बैग से संदिग्ध पाउडर और नशीली गोलियां भी बरामद हुई।