Delhi AAP Manifesto for Middle Class: दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही राजधानी का राजनीति पारा भी आसमान छूने लगा है। दिल्ली के लोगों का दिल जीतने के लिए सभी पार्टियों ने एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगा दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) की फ्री स्कीमों को कॉपी करते हुए BJP ने भी अपने संकल्प पत्र में कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया था। वहीं अब AAP का अगला निशाना दिल्ली के मिडिल क्लास परिवारों पर है।
वोटबैंक-नोटबैंक के बीच पिस रहा मिडिल क्लास
अरविंद केजरीवाल ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि बाकी पार्टियों ने धर्म और जाति के आधार पर अपने वोटबैंक बांट रखे हैं। वोटबैंक और नोटबैंक के बीच एक बहुत बड़ा वर्ग पिस कर रह गया है। वो है भारत का मिडिल क्लास वर्ग। आजाद भारत के 75 सालों में एक के बाद एक कई सरकारें आईं और सभी ने मिडिल क्लास के लोगों को निचोड़ कर रखा है।
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सरकार से नहीं मिलती मदद
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लाखों करोड़ों की संख्या में मिडिल क्लास के लोग टैक्स भरते हैं और बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता। इस मिडिल क्लास में लाखों लोग शामिल हैं। उनके कोई बहुत बड़े सपने नहीं होते। वो बस अच्छी नौकरी, घर और बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा चाहते हैं। इसके लिए वो दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं। सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिलती।
“Middle Class की 50% से ज़्यादा कमाई सरकार को Tax देने में चली जा रही है।
Tax terrorism देखिए, Middle Class ज़िंदा रहते हुए टैक्स तो दे ही रहा है, मरने के बाद भी उसे टैक्स देना पड़ रहा है।”@ArvindKejriwal #AAPKaMiddleClassManifesto pic.twitter.com/esFSb2h9TE
— AAP (@AamAadmiParty) January 22, 2025
टैक्स ने तोड़ी मिडिल क्लास की कमर
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर यह मिडिल क्लास लोग साल में 10-12 लाख रुपए कमाते हैं तो उनपर कई सारे टैक्स लगा दिए जाते हैं। सारे टैक्स मिलाने के बाद मिडिल क्लास लोगों की 50% आमदनी सरकार के पास चली जाती है। आलम यह है कि फैमिली प्लानिंग एक फाइनेंशियल मुद्दा बन गया है। यही वजह है कि कई लोग देश छोड़कर जा रहे हैं।
“आज देश में Middle Class के लोगों को अपना परिवार चलाने में बहुत मुश्किलें आ रही हैं, इन सभी परेशानियों के कारण ही हर साल लाखों भारतीय देश छोड़कर विदेशों में बस रहे हैं।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के पैसे को जनता पर ख़र्च किया। हमने जनता के Tax के पैसों को शिक्षा… pic.twitter.com/hoD8X7u2Tf
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शिक्षा को दिल्ली सरकार ने बनाया बेहतर
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि मेरा मानना है मिडिल क्लास सिर्फ शिक्षा से आगे बढ़ सकता है। इसलिए हमारी सरकार बनने के बाद शिक्षा का बजट 5000 करोड़ से बढ़ाकर 10000 करोड़ कर दिया गया और आज यह 16000 करोड़ रुपए है। हमने सरकारी स्कूलों को काफी बेहतर बना दिया है। 4 लाख बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में आ गए हैं। हमने प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने पर भी कैप लगा दिया है।
केजरीवाल का ऐलान
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में चुनाव जीतने के बाद हम संजीवनी योजना लागू करेंगे। इसके तहत सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में सीनियर सिटीजन्स को फ्री में इलाज मिलेगा। अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास से वादा करते हुए कहा कि सड़क से लेकर संसद तक आम आदमी पार्टी के लोग मिडिल क्लास की आवाज बनेंगे। AAP के सांसद मिडिल क्लास की गूंज अब संसद में उठाएंगे।
“Indian Middle Class is Victim of Tax Terrorism,
मिडल क्लास वर्ग सरकारों के लिए सिर्फ़ ATM बन कर रह गया है।”
–@ArvindKejriwal#AAPKaMiddleClassManifesto pic.twitter.com/7OpjfTFI5W
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केजरीवाल की 7 पॉइंट डिमांड
अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के आगामी बजट में 7 पॉइंट की डिमांड रखी है।
1. देश की शिक्षा का बजट 2% से बढ़ाकर 7% किया जाए। पूरे देश में प्राइवेट स्कूल की फीस पर लगाम लगाई जाए।
2. उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी और स्कॉलरशिप दी जाए।
3. हेल्थ का बजट बढ़ाकर 10% किया जाए और हेल्थ इंश्योरेंस से टैक्स हटाया जाए।
4. इनकम टैक्स की छूट की सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाए।
5. आवश्यक वस्तुओं (Essential Goods) से GST खत्म किया जाए।
6. वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए मजबूत रिटायरमेंट योजना बनाई जाए और देश भर के सभी अस्पतालों में उन्हें फ्री इलाज की सुविधा मिले।
7. बुजुर्गों को पहले रेलवे में 50% की छूट मिलती थी, जिसे बंद कर दिया गया। इसे फिर से शुरू किया जाए।
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