विमल कौशिक, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान में 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी में शामिल एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। ये शातिर 46 मामलों में फरार चल रहा था। हालांकि इस पर चीटिंग के कुल 59 मामले दर्ज हैं। आरोपी का नाम ओमाराम उर्फ राम मारवाड़ी है, जो जोधपुर का रहने वाला है।
दरअसल रोहिणी इलाके में पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी आने वाला है। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी सिर्फ 12वीं पास है। 2004 से 2006 के बीच में वह बीएसएफ में रसोईया के रूप में भी काम कर चुका है। लेकिन जल्द अमीर बनने के लिए उसने बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी थी। उसके बाद उस ने जयपुर में एक सुरक्षा एजेंसी खोली थी। उसमें उसने 60 कर्मचारियों की भर्ती की और बाद में एजेंसी को बेच दिया और मार्केटिंग कंसलटेंसी शुरू कर दी।
इसके बाद वो लगातार धोखाधड़ी करता चला गया और कंपनियां बंद करके नई कंपनियां खोलता रहा। आरोपी ने एमएलएम मार्केटिंग शुरू की जिसमें 4000 के बदले में 500 वाला सफारी सूट देकर कमीशन का दावा किया जाता था। एक सदस्य को 10 सदस्य बनाने पड़ते थे। जिसमें गारंटीड रिटर्न देने का दावा किया जाता था। इस तरह उसने 12 महीने तक हजारों सदस्य बना लिए और करीब 100 करोड़ की धोखाधड़ी करके फरार हो गया था।
आरोपी ने 2021 में ई-कॉमर्स प्लेटफार्म भी शुरू किया था। लोगों को धोखा देकर उसने इसमें भी जल्द पैसा कमाने की जुगत लगाई। अब तक उस पर 59 मामले संज्ञान में आए हैं। जबकि वो कुल 46 मामलों में भगोड़ा घोषित था।