चंडीगढ़: राज्य में खेल गतिविधियों को अधिक बढ़ावा देने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके 29 अगस्त को मेजर ध्यान चंद के जन्म दिन के मौके पर करवाए जा रहे अब तक के सबसे बड़े महोत्सव ‘पंजाब खेल मेला’ की तैयारियों की समीक्षा की।
मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद लाखों खिलाड़ियों के लिए हमेशा से प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और पंजाब खेल मेला उभरते खिलाड़ियों और आम लोगों के बीच खेल की चिंगारी को और हवा देगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खेल मेले का प्रारंभिक उद्देश्य एक तरफ़ खेल के क्षेत्र में नयी प्रतिभाओं की पहचान करना है और दूसरी तरफ़ राज्य में खेल गतिविधियों को अधिक बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस समय चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी चमक बिखेर रहे पंजाब के खिलाड़ियों ने साबित कर दिया है कि अगर उनको अनुकूल माहौल मिले तो वह किसी भी क्षेत्र में चमत्कार दिखा सकते हैं।
भगवंत मान ने कहा कि यह मेला नौजवानों को अपना हुनर दिखाने के लिए बड़ा प्लेटफार्म मुहैया कराने के अलावा राज्य में खेल के अनुकूल माहौल पैदा होना यकीनी बनाऐगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह अपनी तरह का पहले ऐसा मेला होगा, जिसमें खिलाड़ियों और नागरिकों समेत चार लाख से अधिक लोग 28 खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि यह मेला ब्लॉक से राज्य स्तर तक करवाया जायेगा, जिस दौरान विजेताओं को सर्टीफिकेटों समेत कुल पाँच करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए जाएंगे।
भगवंत मान ने बताया कि पंजाब खेल मेले के दौरान पैरा एथलीटों के साथ-साथ 40 साल से अधिक उम्र वर्ग वालों के लिए भी अलग-अलग खेल स्पर्धाएं होंगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस मेले के लिए पुख़्ता प्रबंध यकीनी बनाने का आदेश देते हुये कहा कि इस सम्बन्ध में किसी भी किस्म की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह किसी भी राज्य सरकार की अपनी तरह की अनूठी पहल है और हर अधिकारी इसको कामयाब करने में कोई कसर बाकी न छोड़े। भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वह खेल भावना और उत्साह से दो महीने तक चलने वाले इस बड़े खेल कुंभ में भाग लें।