कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पुलिस कप्तान संतोष सिंह द्वारा नशा मुक्ति के उद्देश्य से चलाए जा रहे निजात अभियान से लोग प्रेरित होकर नशा मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं। लोग अब नशे के खिलाफ एकजुट होकर सख्त निर्णय लेकर अपने गांव को शराब मुक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं जिले के एक गांव में शराबबंदी तक कर दी गई है, साथ ही कोई शराब पीते या बेचते पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
पीना और बेचना दोनों पड़ेगा महंगा
बता दें कि, कोरबा जिले के कटघोरा ब्लॉक के ग्राम सलोरा में शराबबंदी कर दी गई है। यहां के ग्राम सरपंच के साथ ग्रामवासियों ने निर्णय लिया है। इतना ही नहीं यहां पर शराब बेचते पाए जाने पर 10 हजार रुपए का आर्थिक दंड लिया जाएगा। वहीं बेचते हुए देखने पर बताने वाले को 5 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा, साथ ही शराब खरीदने पर 10 हजार रुपए और गांव के सार्वजनिक जगहों या किसी भी समारोह में शराब पीते पाए जाने पर 5 हजार रुपए की जुर्माना राशि तय की गई है।
इसके अलावा भी दंड का प्रावधान किया गया है, खुले आम शराब पीने पर पाए गए तो पीने वाले को 5 हजार रुपए का दंड भरना होगा, वहीं खुले आम पीते देखकर बताने वाले को भी 5 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। गांव के सभी महिला, युवा एवं ग्राम सलोरा वासियों ने मिलकर यह निर्णय लिया है।
ग्राम पंचायत सलोरा की महिला सरपंच महेश्वरी तंवर ने बताया कि, उन्होंने महिला समूह का गठन किया है। गांव के तीन मोहल्ले से लगभग 35 महिलाओं ने ये बीड़ा उठाया है कि, गांव को पूरी तरह शराब मुक्त करना है। इसके लिए पुलिस प्रशासन का भी सहयोग मिल रहा है। थाना प्रभारी अश्विन राठौर हमारे इस निजात अभियान के तहत नशा मुक्ति में पूरा सहयोग दे रहे हैं। गांव के बच्चे भी नशे की गिरफ्त में आ रहे थे। इसे देखते हुए महिलाओं ने सख्त कदम उठाते हुए गांव में पूर्ण शराब बंदी के लिए बेहद अहम फैसला लिया है।
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