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रायगढ़ का हाईटेक लाईब्रेरी संवार रही युवाओं का भविष्य, ब्रिटिश काल से जुड़ा है इतिहास

रायगढ़: 68 वर्ष पुराना रायगढ़ का जिला लाईब्रेरी हाईटेक होकर अब युवाओं का बेहतर भविष्य गढऩे का कार्य कर रही है। मुकेश चौधरी यहां के हाईटेक लाईब्रेरी में पढ़ाई कर पूरे राज्य में सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में 9 वें रेंक हासिल कर अपना एवं अपने पूरे परिवार सहित जिले का नाम रोशन किया है। […]

Edited By : Gyanendra Sharma | Updated: Jul 7, 2023 15:45
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Raigarh high-tech library

रायगढ़: 68 वर्ष पुराना रायगढ़ का जिला लाईब्रेरी हाईटेक होकर अब युवाओं का बेहतर भविष्य गढऩे का कार्य कर रही है। मुकेश चौधरी यहां के हाईटेक लाईब्रेरी में पढ़ाई कर पूरे राज्य में सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में 9 वें रेंक हासिल कर अपना एवं अपने पूरे परिवार सहित जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा लाईब्रेरी को हाईटेक बनाने से उन्हें पढ़ाई में महत्वपूर्ण सहयोग के साथ दिए गए नि:शुल्क कोचिंग एवं मार्गदर्शन का लाभ मिला। उसी का परिणाम है कि आज वे सफल हो पाए है। उन्होंने कहा कि इसका पूरा श्रेय कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा सहित पूरा जिला प्रशासन को जाता है।

युवाओं के सपनों को पंख दे रही लाईब्रेरी 

जिला प्रशासन का ये कारवां यही नहीं रुक रहा। आज जिले के दूरस्थ अंचल में युवाओं के सपनों को पंख देने लगा है। जिला प्रशासन द्वारा जिले के विभिन्न विकास खंड में यूथ सेंटर खोले जा रहे हैं, जिसे स्थानीय बोली में मितान केन्द्र भी कहा जाता हैं। जहा एक बेहतर प्रतियोगी माहौल मिलने के साथ ही बेहतर पुस्तकें, कम्प्यूटर के साथ मुफ्त वाई-फाई की सुविधा एवं पर्याप्त बैठक व्यवस्था उपलब्ध होती हैं। जो किसी भी परीक्षा के फोकस के लिए जरूरी होता है।

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ब्रिटिश काल से जुड़ा है इतिहास

उल्लेखनीय है कि घरघोड़ा स्थित 1914 ब्रिटिश काल में शास.बालक प्राथमिक शाला का निर्माण हुआ था, जो कई वर्षो से जर्जर हो चुका था। जहां जिला प्रशासन ने एनटीपीसी तलाई पाली के सहयोग से जीर्णोद्धार कर सभी सुविधाओं से युक्त मितान केंद्र बनाया गया। आज ये शासकीय प्राथमिक शाला मितान केंद्र के रूप में सुसज्जित होकर कई युवाओं के सपने बुनने का कार्य कर रही हैं। जिसका लाभ आज जिले के दूरस्थ विकास खंड घरघोड़ा की रीना बंते भी उठा पा रही हैं।

वे कहती है आदिवासी अंचल में इस तरह पहली बार हुआ हैं, जो पढ़ाई की सुविधा किसी शहर में ही सोच सकते थे, वह आज मितान केंद्र (यूथ सेंटर) के रूप अपने विकासखण्ड में ही देखने को मिल रहा है। यहां बैठक व्यवस्था, कंप्यूटर, लाइब्रेरी, वाई-फाई के साथ ही स्थानीय स्तर पर कोचिंग की व्यवस्था उपलब्ध है। जो हमें पढ़ाई के साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

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HISTORY

Edited By

Gyanendra Sharma

First published on: Jul 07, 2023 03:42 PM

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