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छत्तीसगढ़

राष्ट्रपति भवन पहुंचे नक्सल पीड़ितों ने की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात, बताईं समस्याएं

President Draupadi Murmu Meet Naxal Victims: नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर से 70 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्याओं को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचा।

Author Edited By : Deepti Sharma Updated: Sep 21, 2024 15:34
President Murmu Meet Naxal Victims
President Murmu Meet Naxal Victims

President Draupadi Murmu Meet Naxal Victims: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र से आए 70 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्याओं को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचा। उनके चेहरे पर सालों से झेले गए अत्याचार की छाप थी, लेकिन उनकी आंखों में अब उम्मीद की किरण भी नजर आ रही थी। नक्सली हिंसा से प्रभावित लोगों की समस्याओं को देश की सर्वोच्च शक्ति के सामने रखना और बस्तर को माओवाद के आतंक से मुक्त कराने की अपील करना है। मुलाकात के दौरान पीड़ितों ने बताया कि कैसे माओवादी हमलों ने उनके जीवन को तबाह कर दिया है। इस दौरान उन्होंने अपनी कई समस्याएं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बताई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बताई समस्याएं

प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को बताया कि, पिछले चार दशकों से बस्तरवासी माओवादी आतंक का दंश झेल रहे हैं। माओवादी हमलों में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और सैकड़ों लोग अपंग हो चुके हैं। बारूदी सुरंगों और बम विस्फोटों ने उनके जीवन को तहस-नहस कर दिया है। विस्फोटों से न केवल शरीर को नुकसान पहुंचा है। बल्कि मानसिक रूप से भी वे पूरी तरह टूट चुके हैं।

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प्रतिनिधियों ने बताया कि माओवादियों ने उनके घर, जमीन और संस्कृति को भी बर्बाद कर दिया है। बस्तर में 8,000 से अधिक लोग पिछले ढाई दशकों में माओवादी हिंसा के शिकार हुए हैं। आज भी कई लोग नक्सलियों के डर के साये में जीने को मजबूर हैं। जहां देश के अन्य हिस्सों में लोग स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, वहीं बस्तर के लोग अपनी जमीन और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।

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First published on: Sep 21, 2024 03:34 PM

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