जशपुर: बगीचा में जुरगुम गोठान की ग्रामीण महिलाओं ने जिले में पहला गोबर से पेंट उद्योग स्थापित कर प्रतिदिन एक हजार लीटर उत्पादन भी शुरू कर दिया है। जिला पंचायत CEO जितेंद्र यादव का कहना है कि गोठान में निर्मित इस गोबर पेंट का उपयोग शासकीय भवनों के रंगाई-पौताई कार्य में किया जाएगा। इससे महिलाओं को प्रतिदिन 2000 रूपये की अतिरिक्त आमदनी होगी।
पांच सौ से अधिक लोगों को गांव में ही रोजगार मिला
बगीचा में जुरगुम गोठान की इस बड़ी उपलब्धि से पांच सौ से अधिक लोगों को गांव में ही रोजगार मिलने लगा है। बगीचा जनपद के सीईओ विनोद सिंह ने बताया कि जुरगुम ग्राम पंचायत में रीपा के तहत् गोबर से पेंट बनाने का कारखाना स्थापित किया गया है। इससे पहले गोठान की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। जुरगुम गोठान में मशीन लगने के बाद उत्पादन शुरू हो जाने से समूह की महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रही है।
गौठानों से जुड़ी स्व सहायता समूहों की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए रीपा के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया जा रहा है इससे ग्रामीण महिलाओं को अतिरिक्त आय अर्जित करने के अवसर मिले हैं। जुरगुम ग्राम पंचायत में गोबर से पेंट का उत्पादन शुरू हो जाने के बाद दूसरे विकास खंड की महिला स्वसहायता समूह भी इस कार्य के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।
गोबर पेंट से हो रही है सरकारी भवनों की पोताई
जुरगुम गोठान में गोबर से पेंट बनाने की मशीन से प्राकृतिक डिस्टेंपर पेंट बनाया जा रहा है। इस उत्पादन से शासकीय कार्यालयों, स्कूलों, छात्रावासों सहित अन्य जगहों में पोताई के लिए गोबर पेंट की मांग भी शुरू हो गई है। दरअसल, गोबर से बने पेंट के उपयोग से अनेक लाभ भी होगें। इससे पर्यावरण पूरक, जीवाणु रोधक, एंटीफंगल, भारी धातुओं से मुक्त, गंधहीन, उष्णता रोधक, विषरहित एवं किफायती बताया गया है। गाय के गोबर से बना यह पेंट जीवाणु और फंगस को रोकने में सक्षम है।