News24 Manthan: छत्तीसगढ़ में कहा जाता है कि आधी आबादी जिसके साथ… वही करता है राज? इस मुद्दे के साथ न्यूज24 की एंकर पूजा राठौर शर्मा ने ‘मंथन’ के पहले सेशन की शुरुआत की। मंच पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, भाजपा विधायक रंजना साहू, जेसीसीजे की नेता ऋचा जोगी और आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला मौजूद रहीं। किरणमयी नायक से आधी आबादी जिसके साथ… वही करेगा छत्तीसगढ़ में राज? पर चर्चा शुरू की गई।
दूर की कौड़ी है महिला आरक्षण बिलः किरणमयी नायक
किरणमयी नायक से महिला आरक्षण बिल को लेकर सवाल उठाए। किरणमयी नायक ने कहा कि जो चीज बड़ी आसानी से हो सकती थी, उसको करने के लिए जिस समय का चुनाव किया है वो चुनावी फायदे के लिए है। इसके अलावा बिल में काफी सारे पेंच हैं। अगर करना ही था तो इसी सत्र से लागू करते। किरणमयी नायक ने इस बिल को दूर की कौड़ी कहा है।
जरा पॉजिटिव भी सोचिएः रंजना साहू
भाजपा विधायक रंजना साहू ने कहा कि जब किसी भी चीज को राजनीति के चश्मे से देखते हैं तो फिर उनको फिर वही नजर आता है। आप जरा पॉजिटिव नजरिए से देखिए। नारी शक्ति वंदन अधिनियम, पहला दिन, स्पेशल सत्र… केवल महिलाओं के लिए… क्या ये एतिहासिक नहीं है? रंजना साहू ने कहा कि संसद का विशेष सिर्फ महिलाओं के लिए बुलाया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश की आधी आबादी यानी महिलाओं के विश्वास को जीता है।
महिलाओं का हितैशी क्यों बनना पड़ रहाः प्रियंका शुक्ला
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला ने इस मुद्दे पर कहा कि महिला आरक्षण बिल के पीछे की कई चीजों को देखना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि मैं भाजपा को भारतीय जनता पार्टी नहीं, बल्कि भारतीय बृजभूषण पार्टी या भारतीय जुमला पार्टी मानती हूं। प्रियंका ने दिल्ली में महिला पहलवानों का मुद्दा उठाया। कठुआ, उन्नाव और दिल्ली में महिला से रेप के आरोपी में गिरफ्तार भाजपा नेता के बेटे का भी जिक्र किया। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि ऐसा क्या हुआ कि आपको महिलाओं का हितैशी बनना पड़ा। अंत में उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर भाजपा की नीयत पर सवाल खड़ा किया।
चुनावी स्टंट है, लेकिन इसे आशावादी तरीके से देखेंः ऋचा जोगी
ऋचा जोगी ने इस मुद्दे पर कहा कि मैं महिला आरक्षण बिल को काफी आशावादी तरीके से देखती हूं। उन्होंने कहा कि हां ये एक चुनावी स्टंट हो सकता है। 2024 में चुनाव आने वाला है। उन्होंने कहा कि मेरा और मेरी पार्टी का यही मानना है कि लोकसभा और राज्यसभी में हमारी जितनी ज्यादा भागीदारी होगी उतने दम से हम अपनी आवाज उठा सकते हैं। इसके बाद हम महिलाओं के सशक्त होने के मुद्दों को उठा सकते हैं।