जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र के चार गांवों में 40 हाथियों के दल ने बवाल मचा दिया है। किसानों के खेत खलिहान में रखे धान को चट करने के साथ उनके घरों को भी क्षतिग्रस्त करने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। यहां तमता, खरकट्टा गांव में दर्जनों किसान के खलिहान में पहुंच कर हाथियों ने सैकड़ों बोरी धान को चट कर डाला।
वन कर्मचारियों ने तमता के रिहायशी इलाकों में उत्पात मचाने वाले हाथियों को समीप के सीतापुर परिक्षेत्र के जंगल में खदेड़ा था। लेकिन हाथियों का दल बुधवार को फिर पत्थलगांव आ पहुंचा है। दो दल में बंट कर इन हाथियों ने तमता क्षेत्र में 3 घर क्षतिग्रस्त किऐ। इस दौरान खरकट्टा गांव में दो लोगों ने भाग कर मुश्किल से अपनी जान बचाई है।
दहशत में किसान
पत्थलगांव वन अधिकारी कृपा सिंधु ने बताया कि इन हाथियों को कड़ी मशक्कत के बाद तमता, खरकट्टा और बालाझार क्षेत्र के रिहायशी इलाके से निकाल कर सितापुर के जंगल में खदेड़ा गया था। लेकिन हाथियों का दल फिर से पत्थलगांव लौट आया है। यहां 40 से ज्यादा हाथी के आ जाने से किसानों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
रतजगा करने को मजबूर किसान
वन विभाग का अमला किसानों को लगातार सतर्क जरूर कर रहा है। लेकिन ग्रामीण कड़कड़ाती ठंड में रतजगा करने को मजबूर हो गये हैं। पत्थलगांव वन परिक्षेत्र के किसानों का कहना है कि खेत खलिहानों में रखी धान की फसल को हाथी चट कर जाने से उनको सोसायटी का कर्जा और अपना घर परिवार चलाने की चिंता बढ़ गई है।