Chhattisgarh News: अपने सपनों कि उड़ान को पंख दें, मंजिल एक न एक दिन आपको जरूर मिल जायेगी। छत्तीसगढ़ के बम्हनीडीह गांव में भी एक बेटी के सपने के पूरे हो जाने से पूरे गांव में खुशी का माहौल छाया हुआ है। जहां जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह गांव की बेटी सुमन जायसवाल ने पीएससी 2022 की परीक्षा में 19वीं रैंक लाकर सफलता हासिल कर पुलिस उपाधीक्षक के पद पर चयनित हुई हैं। उनकी इस सफलता ने पूरे जांजगीर-चांपा का नाम रोशन कर दिया है।
ऐसे की परीक्षा की तैयारी
सुमन ने अपनी तैयारी के समय को साझा करते हुए बताया कि बिलासपुर से कॉलेज में बीएससी गणित में और एमएससी कैमेस्ट्री की पढ़ाई के साथ-साथ वह खुद से पीएससी रैंक की तैयारी कर रही थी। उन्होंने बताया कि वह पढ़ाई के दौरान मोबाइल का उपयोग सिर्फ सेलेबस से संबंधित टॉपिक्स के लिए ही करती थी। वहीं सुमन ने तैयारी कर रहे लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि पॉजिटिव अप्रोच रखना चाहिए और टीम मैनेज करके चलना चाहिए। भटकाव तो बहुत है लाइफ में पर उनसे बचे और इस फील्ड पर आगे बढ़े, तो सफलता अवश्य मिलेगी।
परिवार को दिया सफलता का श्रेय
सुमन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और भाई सोनू जायसवाल को दिया हैं। जिन्होंने पुलिस अफसर बनने में सुमन का हौसला बढ़ाया और उच्च शिक्षा के माध्यम से उनको और अत्याधिक प्रेरित किया है। उन्होंने पीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की जिस कारण वह इस मुकाम पर पहुंच पाई है. सुमन जायसवाल शुरू से ही मेधावी छात्र रही हैं। सुमन जायसवाल ने कहा कि अपने सपने को साकार करने सच्चे इरादे की जरूरत होती है. प्रत्येक विधार्थी के पास सफलता के लिये कड़ी मेहनत के साथ-साथ हौसला होना भी आवश्यक होता हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए समय मायने नहीं रखता बस आपका टारगेट होना चाहिए। टारगेट को अचीव करने के लिए जितना हो सके उतना पढ़ना चाहिए. मैने अपना रूटीन बनाया था और उसी को फॉलो करती थी। और रात में 10 बजे तक लाइब्रेरी में अपने भाई के साथ पढ़ाई करती थी.