---विज्ञापन---

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में साकार हो रहा CM विष्णुदेव साय का एक संकल्प, जिसका माओवादी प्रभावित क्षेत्रों से कनेक्शन

Chhattisgarh Vishnudev Sai Govt: सरकार के इन कैंपों में माओवादी आतंकी हिड़मा और देवा की मां ने भी अपना हेल्थ चेकअप कराया है।

Author Edited By : Pooja Mishra Updated: Feb 20, 2024 13:34
Basic Facilities Camp in Maoist Terror Area
माओवादी क्षेत्र में लगे बुनियादी सुविधाओं के लिए सरकारी शिविर

Chhattisgarh Vishnudev Sai Govt: छत्तीसगढ़ में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के हर कोने तक जनकल्याण योजनाओं और मूलभूत सुविधाएं पहुंचा रही है। फिर चाहे आम ग्रामीण क्षेत्र हो या फिर माओवादी आतंक प्रभावित क्षेत्र हो, प्रदेश के हर कोने में सरकार की तरफ से मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। ताजा तस्वीरें जगरगुंडा थाने के गांवों के सामने आई हैं। मालूम हो कि जगरगुंडा थाने के पूर्वी और इसके निकटवर्ती गांवों को माओवादियों का सबसे सुरक्षित पनाहगार माना जाता है।

---विज्ञापन---

संवेदनशील इलाकों में शुरू नए कैंप 

इन गांवों में पहले विकास की बुरी स्थिति थी, लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार के दृढ़ संकल्प से इन संवेदनशील इलाकों में 14 नए कैंप शुरू किए गए। इसी के साथ इन इलाकों में CRPF, STF, कोबरा, DRG, बस्तर फाइटर समेत स्थानीय पुलिस की तरफ से 16 फरवरी को सुरक्षा कैंप खोला गया। इन जगहों पर कैंप खोलने का मकसद सुरक्षा व्यवस्था के साथ इन इलाकों के स्थानीय लोगों को सरकार की बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना है। इन क्षेत्रों में कैंप खोलने के बाद कई जगह स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। सरकार ने सभी लोगों से इन शिविर में जाकर अपना खुद का हेल्थ चेकअप करवाने के लिए कहा है।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में लोगों के बीच बढ़ा साय सरकार का मान-सम्मान, जानें किन फैसलों ने जीता जनता का दिल?

लोगों को मिल रहा नियद नेल्लानार योजना का लाभ

खास बात तो यह है कि सरकार के इन कैंपों में माओवादी हिड़मा और देवा की मां ने भी अपना स्वास्थ्य जांच कराया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार नक्सल मोर्चे पर विकास, विश्वास और सुरक्षा, न्याय और सेवा के पंचतत्वों की रणनीति के जरिए आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों के लोगों का विश्वास जीतने के लिए प्रशासनिक अमला पूर्वी गांवों में पहुंच रहे हैं। यहां लोगों को नियद नेल्लानार योजना के बारे में बताया जा रहा है, जिसके जरिए उन्हें बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं।

First published on: Feb 20, 2024 01:34 PM

संबंधित खबरें