Chhattisgarh Election: प्रदेश में भले ही नक्सलियों की संख्या कम हो रही है, लेकिन उनके क्षेत्र बढ़ें है। छत्तीसगढ़ में चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि विधानसभा चुनाव में मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से रिमोट एरिया के मतदान केन्द्रों तक पहुंचाया जाएगा।
राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां अब तक सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है। इन इलाकों में मतदान केन्द्रों तक पहुंचने के लिए निर्वाचन आयोग हेलीकॉप्टर का इंतजाम करेगा। बता दें कि वर्ष 2018 में ऐसे मतदान केन्द्रों की संख्या 160 थी और 900 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से पोलिंग बूथ तक लेकर जाने और वापस लाने की व्यवस्था की गई थी लेकिन इस बार के चुनाव में ये संख्या घटकर लगभग 100 हो गई है।
2 चरणों में होंगे मतदान
गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग ने 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। इस सभी प्रदेशों छत्तीसगढ़ इकलौता ऐसा राज्य है, जहां 2 चरणों में मतदान होंगे। इसकी वजह राज्य में नक्सलियों का खतरा है, इसलिए यहां ज्यादा सुरक्षा इंतजामों की जरूरत होगी।
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पहले चरण की ज्यादा सीटें आरक्षित
छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर को पहले चरण में 20 सीटों पर वोटिंग की जाएगी। पहले चरण में होने वाले चुनाव में नक्सल प्रभावित सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वहीं, दूसरे चरण में बाकी 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण की 13 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। इनमें बस्तर संभाग की जगदलपुर सीट के अतिरिक्त सभी 11 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं, डोंगरगढ़ अनुसूचित जाति और मोहला मानपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है।
बता दें कि बीजेपी ने अपनी पहली सूची में 21 और दूसरी सूची में 64 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं और वहीं, कांग्रेस ने भी यह घोषणा की है कि वे जल्द ही प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी कर देंगे।