Chhattisgarh Assembly Congress: छत्तीसगढ़ विधानसभा में शून्यकाल के दौरान मंगलवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने खूब हंगामा किया। सदन में कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाया और भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। प्रदेश के किसी कोने में जनता सुरक्षित नहीं है। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया और इस पर मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग की। इस बीच सदन में हंगामा बढ़ गया, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को 2 बार स्थगित करना पड़ा। हंगामे के चलते कुछ कांग्रेस विधायकों को निलंबित भी कर दिया गया।
CG Budget Session 16th Day : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज 16वां दिन | CM Vishnu Deo Sai | Bhupesh baghel | News24 mpcg #ChhattisgarhNews #CGBudgetSession16thDay #CMVishnuDeoSai #BhupeshBaghel #News24mpcg pic.twitter.com/9KZhO4gCW9
---विज्ञापन---— News24 MP-CG (@News24_MPCG) February 27, 2024
विपक्ष का आरोप
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और पूर्व मंत्री उमेश पटेल समेत कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया और कवासी लखमा ने बताया कि प्रदेश में क्राइम तेजी से बढ़ रहा है, हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध की संख्या समय बढ़ती ही जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ को भारत का ‘धान का कटोरा’ कहते हैं, जो अब अपराधों का गढ़ बन गया है। विपक्षी नेताओं ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद से नक्सली घटनाएं भी बढ़ गई हैं। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के गृह जिले कबीरधाम में एक के बाद एक हत्याओं के मामले सामने आए हैं।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ CM विष्णुदेव साय का बड़ा ऐलान, फिर शुरू होंगी मीसाबंदियों की सम्माननिधि, जानें क्या है प्लान?
क्या बोले विधानसभा अध्यक्ष?
वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने बताया कि विपक्षी दल के विधायकों ने सदन की कार्यवाही को रोक कर इस पर चर्चा की। इसलिए उनकी इस मांग को अस्वीकार कर दिया गया, जिसके बाद विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष रमन सिंह ने बताया कि हंगामे के चलते उन्होंने सदन की कार्यवाही को लगातार दो बार 5-5 मिनट के लिए स्थगित किया, लेकिन जैसे ही दोबारा शुरू हुई नेता प्रतिपक्ष और बाकी विधायक फिर से हंगामा करने लगे। इसके बाद विधानसभा नियमों के अनुसार अध्यक्ष रमन सिंह ने उन्हें स्वतः निलंबित कर दिया गया। हालांकि बाद में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया।