Action Against Loud Playing DJ: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में डीजे बजाने पर रोकने गए पुलिसकर्मी के साथ मारपीट मामले में केस दर्ज कर सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, हाईकोर्ट की सख्ती के बाद भी छत्तीसगढ़ समेत बिलासपुर में नियमों का उल्लंघन कर डीजे बजाया जा रहा है। पुलिस ने जब डीजे बंद कराने की सख्ती दिखाई तो युवकों ने उनके साथ ही हाथापाई कर दी। इस दौरान हुई झूमाझटकी में कांस्टेबल की वर्दी फट गई।
तेज आवाज में बजाया जा रहा डीजे
यह मामला कोनी थाना क्षेत्र का है, जहां गणेश प्रतिमा स्थापित करने और विसर्जन के बहाने शहर से लेकर गांव तक हर जगह तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा है। जबकि, सुप्रीम कोर्ट के साथ ही हाईकोर्ट ने जिला व पुलिस प्रशासन को कोलाहल नियंत्रण अधिनियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है, लेकिन उसके बाद भी डीजे संचालकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है।
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डीजे बजाने पर रोकने के दौरान मारपीट
आदेश के बाद एसपी संतोष कुमार सिंह ने सभी पुलिस अफसरों व थाना प्रभारियों को डीजे को बंद कराने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद शनिवार की रात पेट्रोलिंग पर निकले कोनी थाने के आरक्षक महादेव कुजुर ने गणेश प्रतिमा विसर्जन करने निकले युवकों के समूह को देखा। युवक देर रात करीब 11 बजे पेट्रोल पंप के पास तेज आवाज में डीजे बजाते जा रहे थे। इसके बाद जब आरक्षक ने युवकों को डीजे की आवाज कम करने को कहा तो युवक उनके साथ बहस करने लगे।
छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
इस दौरान युवकों ने झूमाझपटी करते हुए आरक्षक को घेर लिया और उसकी वर्दी फाड़ दी। आरक्षक द्वारा इस घटना की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 186, 324, 332, 34, 353 और 10, 11 छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने शनिवार से डीजे और धुमाल पार्टियों को पकड़ना शुरू कर दिया है। पुलिस ने इस अभियान के तहत शनिवार को अलग-अलग थाना क्षेत्र में 10 डीजे-धुमाल पकड़े गए, वहीं पुलिस ने रविवार को दो डीजे को पकड़ा है। पुलिस ने बताया की इनके खिलाफ छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।