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CG: 6 नगर निगमों के वेस्ट से बनाई जाएगी Biogas, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोले- सफाई को लेकर हो रहा बेहतर काम

Chhattisgarh Biofuel Development Authority: रायपुर में सीएम विष्णु देव साय की मौजूदगी में शुक्रवार को नगरीय ठोस अपशिष्ट से कंप्रेस्ड बायोगैस उत्पादन के लिए 6 नगर निगमों के बीच त्रिपक्षीय एमओयू हुआ।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Jan 18, 2025 14:42
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Chhattisgarh Biofuel Development Authority
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Chhattisgarh Biofuel Development Authority: छत्तीसगढ़ ने स्वच्छ पर्यावरण और नेट जीरो एमिशन के लक्ष्य को पाने की दिशा में बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नगरीय ठोस अपशिष्ट से कंप्रेस्ड बायोगैस उत्पादन के लिए छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण, गेल इंडिया लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम और प्रदेश के 6 नगर निगमों के बीच ऐतिहासिक त्रिपक्षीय एमओयू संपन्न होने के अवसर पर यह बात कही। मुख्यमंत्री ने सभी संस्थाओं को इस विशेष एमओयू के लिए शुभकामनाएं देकर कहा कि यह कदम स्वच्छता, एनर्जी प्रोडक्शन और पूरे विकास के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान दिलाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में आज एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ रही है। छत्तीसगढ़ में सतत योजना के अंतर्गत नगरीय ठोस अपशिष्ट से कम्प्रेस्ड बायोगैस उत्पादन की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी और इसी पहल के जरिए देशवासियों में अपने परिवेश की स्वच्छता को लेकर व्यापक चेतना आई थी।

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उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में स्वच्छता को लेकर बेहतर काम हो रहे हैं। नगरीय निकायों में इन संयंत्रों की स्थापना से शहरों को स्वच्छ-सुंदर बनाने का हमारा संकल्प पूरा होगा। जैव ईंधन के रूप में बायोगैस के प्रोडक्शन से हमारी ऊर्जा की जरूरत भी पूरी होगी और वेस्ट टू एनर्जी की परिकल्पना भी साकार होगी। उन्होंने एमओयू में शामिल सभी संस्थाओं से प्लांट की स्थापना के कार्य को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने का करने को कहा।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस एमओयू से पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता जैसे बड़े उद्देश्य की पूर्ति के साथ-साथ रोजगार भी सृजित होंगे। भारत सरकार के प्रतिष्ठित संस्थाओं के सहयोग से यह कार्य पूरा होगा और इस क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता का लाभ भी हमें मिलेगा।

छत्तीसगढ़ में सतत् योजना (Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation) के अंतर्गत नगरीय ठोस अपशिष्ट से जैव ईंधन जैसे कि कम्प्रेस्ड बायोगैस (CBG) उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण (CBDA) के लगातार प्रयास से नगर पालिक निगम अंबिकापुर, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, राजनांदगांव और धमतरी में नगरीय ठोस अपशिष्ट से कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र की स्थापना के लिए सीबीडीए, गेल और बीपीसीएल के साथ त्रिपक्षीय एमओयू पर साइन किए गए। इनमें नगर पालिक निगम अंबिकापुर, रायगढ़, कोरबा और सीबीडीए एवं गेल इंडिया लिमिटेड के बीच तथा नगर पालिक निगम बिलासपुर, धमतरी, राजनांदगांव और सीबीडीए और भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के बीच समझौता हुआ।

परियोजना की विशेषताएं

इस एमओयू के जरिए 6 नगर पालिक निगमों के लगभग 350 मीट्रिक टन प्रतिदिन नगरीय ठोस अपशिष्ट एवं लगभग 500 मीट्रिक टन अधिशेष बायोमास का उपयोग जैव ईंधन उत्पादन के लिए किया जाएगा। इन 06 प्लांट्स से प्रतिदिन लगभग 70 मीट्रिक टन कंप्रेस्ड बायोगैस का उत्पादन होगा। इन परियोजनाओं में लगभग 600 करोड़ रुपये का निवेश पूर्ण रूप से GAIL और BPCL द्वारा किया जाएगा।

इसी प्रकार प्लांट्स से होने वाले उत्पादन और बिक्री से राज्य को हर साल लगभग 6 करोड़ रुपये का जीएसटी प्राप्त होगा। एमओयू के फलस्वरूप प्लांट्स की स्थापना से उत्पन्न सह-उत्पाद से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। कचरे के प्रभावी निपटान से ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी आएगी और छत्तीसगढ़ नेट जीरो एमिशन प्राप्ति की दिशा में अग्रसर होगा।

ये भी पढें- Chhattisgarh: कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट की स्थापना, CM विष्णुदेव साय की मौजूदगी में होगा MOU

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Edited By

Deepti Sharma

First published on: Jan 18, 2025 02:42 PM

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