पवन मिश्रा, नई दिल्ली: सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। माओवादियों को हिंसक विचारधारा का रास्ता छोड़ने के लिए राजी करने और उनके पुनर्वास की सुविधा के लिए सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रयासों के तहत सुकमा, छत्तीसगढ़ में एक वांछित माओवादी ने सरेंडर कर दिया। जानकारी के अनुसार, उसके सिर पर 8 लाख रुपये का इनाम था। उसने सुकमा में सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
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2012 से सक्रिय माओवादी
वहीं पीएलजीए सदस्य सोदी मुक्का 2012 से सक्रिय माओवादी था। अंतत: वह सीआरपीएफ और सीजी पुलिस द्वारा लंबे समय तक परामर्श के बाद आत्मसमर्पण कर हथियार छोड़ने के लिए राजी हो गया। इस तरह के आत्मसमर्पण न केवल माओवादी कैडरों की ताकत को कम करते हैं बल्कि अन्य के अनुसरण के लिए एक उदाहरण के रूप में भी काम करते हैं। कई माओवादियों ने पहले ही हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। सुरक्षा बलों और राज्य प्रशासन के प्रयासों से उनका पुनर्वास किया गया है।
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