रायपुर: छत्तीसगढ़ के 45 हजार संविदाकर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले यह आंदोलन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। कर्मचारियों की नाराजगी कांग्रेस की ओर से नियमितीकरण का वादा पूरा नहीं करने की वजह से है।
स्वास्थ्य, मनरेगा, पंचायत, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना, जैसे डिपार्टमेंट के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं जिनमें कामकाज इस हड़ताल की वजह से प्रभावित होगा।बीते 4 सालों से अलग-अलग समय पर कर्मचारी संगठन आंदोलन करते रहे हैं। कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया है कि कई बार बातचीत की पहल करने के बावजूद प्रशासनिक अफसरों ने कोई चर्चा नहीं की और ना ही इनकी मांगों पर ध्यान दिया। मजबूर होकर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर्मचारियों को करना पड़ा है।
क्या है कर्मचारियों की मांग
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने बताया कि संविदा कर्मचारियों से साल 2018 के चुनाव के समय जन घोषणा पत्र लाकर कांग्रेस ने वादा किया, कि सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद सभी को नियमित कर दिया जाएगा। 4 साल 6 महीने बीत जाने के बाद भी यह वादा अधूरा है। संविदा कर्मचारियों की मांग है कि इन्हें स्थाई किया जाए, नौकरी की सुरक्षा 62 वर्ष आयु तक दी जाए, वरिष्ठता का लाभ, वेतन, ग्रेच्युटी, क्रमोन्नति-पदोन्नति, सामाजिक सुरक्षा, अनुकंपा नियुक्ति, बुढ़ापे का सहारा पेंशन जैसी मूलभूत सुविधाएं दी जाएं।