अवधेश कुमार, गोपालगंज।
बिहार के गोपालगंज स्थित थावे मंदिर में रविवार को पूजा-अर्चना करने के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग भारत माता का अपमान कर रहे हैं और विदेशी आक्रांताओं की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं को महान बताना लज्जाजनक कार्य है, जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनका मकसद तुष्टिकरण के जरिए देश को नुकसान पहुंचाना है।
नित्यानंद राय ने सपा सांसद पर साधा निशाना
नित्यानंद राय ने समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि ‘जो लोग बाबर और औरंगजेब से खुद को जोड़ रहे हैं और महाराणा प्रताप, शिवाजी और राणा सांगा जैसे योद्धाओं का विरोध कर रहे हैं, उनकी मानसिकता तुष्टिकरण की है, जो देश को नुकसान पहुंचा रही है।’ बता दें कि राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने भारत के महान योद्धा राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दिया था और उनपर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। सपा सांसद के इस बयान के बाद देश के गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने उनपर हमला बोला है।
विदेशी आक्रांताओं को महान बताना लज्जाजनक
नित्यानंद राय ने कहा, ‘भारत की मिट्टी में रहने वाले लोग भारत माता को दुख पहुंचाने की बात कर रहे हैं, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।’ नित्यानंद राय ने आगे कहा, ‘देश की जनता ने ऐसे लोगों को सत्ता से दूर कर दिया है। अब उन्हें भ्रष्टाचार, घोटाले और अपराधियों को संरक्षण देने का मौका नहीं मिल रहा है, इसलिए वे विदेशी सुरों के साथ सुर मिला रहे हैं और विदेशी आक्रांताओं को महान बताकर उनकी पूजा कर रहे हैं। ये बहुत लज्जाजनक है और इस पर घोर आपत्ति होनी चाहिए।’ बता दें कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के बयान के बाद देशभर में राणा सांगा को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है।
‘तुष्टिकरण की मानसिकता वालों को जनता ने सत्ता से दूर कर दिया’
केंद्रीय मंत्री ने देश की वर्तमान नीतियों पर बात करते हुए कहा कि भारत को ‘राम भी चाहिए और रोटी भी’। उन्होंने कहा कि देश में विकास कार्य भी हो रहे हैं और सनातन संस्कृति की धरोहरों का पुनर्निर्माण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब सच को समझ चुकी है और ऐसे तुष्टिकरण करने वाले लोगों को सत्ता से दूर कर दिया है।
भारत के महान योद्धाओं में से एक थे राणा सांगा
बता दें कि राणा सांगा मेवाड़ के राजा थे और भारत के महान योद्धाओं में से एक माने जाते हैं। उन्होंने कई युद्धों में भाग लिया, जिनमें सबसे प्रमुख युद्ध पानीपत की लड़ाई थी। उनका सबसे बड़ा संघर्ष बाबर से हुआ था, जब बाबर ने 1527 में मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़गढ़ पर हमला किया था।