बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा पर बड़ा आरोप लगाया है। पहले राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दो EPIC नंबर होने का मामला सामने आया तो बीजेपी ने तीखा हमला बोला। अब तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पर भी यही आरोप लगाया है।
लखीसराय के कांग्रेस नेता गोरखनाथ ने दावा किया है कि विजय कुमार सिन्हा का नाम मतदाता सूची में दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दर्ज है। उन्होंने सोशल मीडिया पर दोनों EPIC नंबर के स्क्रीनशॉट जारी किए:
- EPIC No. IAF3939337 — विधानसभा क्षेत्र 168 लखीसराय, जिला लखीसराय, संसदीय क्षेत्र मुंगेर
- EPIC No. AFS0853341 — विधानसभा क्षेत्र 182 बांकीपुर, जिला पटना, संसदीय क्षेत्र पटना साहिब
गोरखनाथ का आरोप है कि यह सिर्फ चुनाव आयोग की लापरवाही नहीं, बल्कि लोकतंत्र में सीधी वोट चोरी है। जब सत्ता में बैठे लोग ही चुनावी नियम तोड़ें, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है? यह डबल इंजन की डबल चाल है। वहीं, इस मामले को लेकर तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और इस मुद्दे को मीडिया के सामने रखा।
तेजस्वी यादव की प्रेस कांफ्रेंस
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह फर्जीवाड़ा है। यह SIR के बाद की सूची है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास लखीसराय और पटना के बांकीपुर से 2-2 वोटर आईडी कार्ड हैं। दो EPIC नंबर हैं, जिनमें एक में उम्र 57 और दूसरे में 60 साल है। तेजस्वी ने कहा कि अब कौन फर्जीवाड़ा कर रहा है, यह सबको देखना चाहिए। चुनाव आयोग की SIR फर्जीवाड़ा है या डिप्टी सीएम विजय सिन्हा फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इस पर तो FIR होनी ही चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि ये प्रधानमंत्री जी के दुलारे डिप्टी सीएम हैं। हम चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग करते हैं। हमारा मीडिया ट्रायल हो रहा है। उन्होंने कहा कि 8 अगस्त की डेडलाइन दी गई थी, हमने नोटिस का जवाब 8 अगस्त को स्पीड पोस्ट से भेज दिया है। अब तो डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को भी नोटिस भेजना चाहिए। क्या ये लोग विजय सिन्हा को नोटिस भेजेंगे?
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अचानक बिजली चली गई, तो तेजस्वी यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह 125 यूनिट बिजली फ्री के बाद की हालत है।
डिप्टी सीएम पर आरोपों से असहज स्थिति में BJP
तेजस्वी यादव पर पहले से हमलावर बीजेपी अब अपने ही डिप्टी सीएम पर उठे आरोपों को लेकर असहज स्थिति में है। दूसरी ओर, महागठबंधन के नेता इस मुद्दे को राजनीतिक हथियार बनाकर बीजेपी और विजय सिन्हा पर निशाना साध रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी और विजय सिन्हा, दोनों पर एक जैसे आरोप लगने से यह विवाद केवल कानूनी नहीं, बल्कि पूरी तरह सियासी रंग ले चुका है। चुनावी मौसम में यह मुद्दा विपक्ष और सत्ता पक्ष, दोनों के लिए चुनौती बन सकता है।
डिप्टी सीएम ने तोड़ी चुप्पी
वहीं बिहार में दो EPIC नंबर विवाद पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई दी। उन्होंने बताया कि उनका और परिवार का नाम पहले पटना के कदम कुआं स्थित बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में था। अप्रैल 2024 में उन्होंने नाम लखीसराय विधानसभा में जुड़वाने और बांकीपुर से विलोपित कराने के लिए फॉर्म भरा था। सिन्हा के अनुसार, विलोपित करने का फॉर्म जमा करने के बावजूद किसी कारण नाम हटाया नहीं गया। प्रारूप प्रकाशन के बाद जब परिवार के लोगों ने नाम दोनों जगह होने की जानकारी दी तो उन्होंने BLO को बुलाकर दोबारा विलोपित का फॉर्म भरकर रिसीविंग ली। “मैंने पिछली बार लखीसराय में ही वोट किया है, इस बार भी वहीं करूंगा,” उन्होंने कहा।
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने आरोप लगाया कि “जंगलराज के युवराज” जानबूझकर गलत तथ्यों के आधार पर संवैधानिक संस्थाओं की छवि धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कमजोरी छिपाने के लिए इस तरह के आरोप लगाना राज्य की राजनीति को कलंकित करने जैसा है।