Satyagraha Movement Controversy : देश में एक तरफ बाबा साहेब के अपमान को लेकर राजनीति गरमाई है तो दूसरी तरफ अब महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन पर सवाल उठ रहे हैं। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सत्याग्रह आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया। इस पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी आपत्ति जताई है। अभिषेक झा ने राज्यापाल को नसीहत दे डाली।
बिहार जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने राज्यपाल के सत्याग्रह आंदोलन वाले बयान पर कहा कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी के बारे में जानती है। कहा जाता है कि दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल… उन्होंने कहा कि उनके बारे में ऐसी बातें करने का कोई औचित्य नहीं है।
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जानें राज्यपाल ने क्या कहा था?
आपको बता दें कि इससे पहले बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा था कि ब्रिटिश शासकों ने सत्याग्रह आंदोलन के कारण नहीं, बल्कि भारतीयों के हाथों में हथियार देखकर भारत छोड़ा था। यानी अंग्रेज सत्याग्रह आदोलन से नहीं सशस्त्र आंदोलन देखकर भागे थे। उन्हें एहसास हो गया था कि भारत के लोग आजादी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
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स्वतंत्रता संग्राम हथियारों के बिना नहीं लड़ा गया : राजेंद्र आर्लेकर
राज्यपाल ने गोवा में आनंदिता सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारत के उत्तर पूर्व में स्वतंत्रता संग्राम का संक्षिप्त इतिहास (1498 से 1947)’ पर टिप्पणी करते हुए विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने एक कहानी गढ़ने की कोशिश की, लेकिन सच्चाई यह है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम हथियारों के बिना नहीं लड़ा गया। अंग्रेज सत्याग्रह के कारण भारत नहीं छोड़कर गए।